अमरावती

उत्साह के साथ मनाया जा रहा गुरु अर्जन देवजी का शहीदी गुरुपूरब

सुखमणि साहब का भी किया जा रहा पाठ

अमरावती/दि.25 – सिख पंथ के पांचवे गुरु शहीदों के सरताज गुरु अर्जन देवजी का शहीदी गुरुपूरब घर-घर में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इस निमित्त आयोजित चालिहा में घर-घर में साद संगीत श्री सुखमणि साहब का पाठ कर कोरोना महामारी से मुक्ति की कामना कर रहे है. लगातार 17 दिनों से सिख समाज के साथ अन्य समाज बंधु इस आयोजन में सहभागी हो रहे है.
श्री धन गुरु अर्जन देवजी की शहादत अतुलनीय है. मानवता के सच्चे सेवक, धनी धर्म के रक्षक, शांति शांत और भौवेत स्वभाव धनी के स्वामी श्री गुुर अर्जन देवजी अपने युग के सर्वसामान्य लोकनायक थे. जो दिन-रात साग संगीत की सेवा में लगे रहते थे. उनके मन में सभी धर्मो के प्रति सम्मान था. श्री गुरु अर्जन देवजी के शहीदी उपरांत गुुरु हरगोबिंद साहिब ने शांति के साथ-साथ हथियारबंद सेना तैयार की. समझी तथा मीरी-पीरी का संकल्प देते हुए श्री अकाल तख्त साहिब की रचना की. श्री गुरु अर्जन देवी ने गुरु ग्रंथ साहिब का संपादन भाई गुरदास की सहायता से किया. रागो के आधार पर ग्रंथ साहिब में संकलित बाणियों का जो वर्गीकरण किया है, उसकी मिसाल मध्यकालीन धार्मिक ग्रंथों में दुर्लभ है. सिख धम में सबसे पहली शहीदी पांचवे सिख गुरु अर्जन देव की हुई.
शांति के पुंज, शहीदों के सरताज अर्जन देवजी की शहीदी पूरब निमित्त इस वर्ष कोरेाना काल के चलते घर में ही श्री सुखमणि साहब का पाठ करने का आहवान गुरुद्बारा गुुरुसिंघ सभा ने किया था. गुरुद्बाराप्रबंधन कमेटी के इस आहवान को साद संगत ने साथ देते हुए घर में श्री सुखमणि साहब का पाठा आरंभ किया है. लगातार 17 दिनों से समाजबंधु हर दिन सुबह 8 से 9 तक पाठ कर रहे है. ऐसी जानकारी गुरुद्बारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंघ सलूजा, सचिव डॉ. निक्कू खालसा, अमरजोत सिंघ जग्गी, गुरुविंदर सिंघ बेदी, रविंद्र सिंघ सलूजा, दिलीप सिंघ बग्गा, नरेंद्रपाल सिंघ अरोरा, मंजीत सिंघ होरा, राज सिंघ छाबडा, रतनदीप सिंघ बग्गा, हरमिंदर सिंघ पोपली, अजिंदर सिंघ मोंगा, हरमिंदर सिंघ राजपूत, रविंद्रपाल सिंघ अरोरा, तेजिंदर सिंघ उबोवेजा, जगदीश छाबडा, आशीष मोंगा, भाई प्रवीण नतानी ने दी है.

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