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ऑनलाइन फ्रॉड प्रकरण का सूत्रधार पुणे में

क्रिप्टो करंसी पर नजर रखकर ओटीपी देने का दिया था काम

अमरावती /दि. 17– दर्यापुर शहर में किराया का घर लेकर ऑनलाइन घोटाला करनेवाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मुंबई पुलिस ने छापा मारकर 13 लोगों को कब्जे में लिया था. इस गिरोह का सूत्रधार पुणे में रहने की जानकारी है. उस दिशा में पुलिस ने जांच शुरु की रहने की चर्चा है.
पुलिस ने बुधवार 15 जनवरी को कब्जे में लिए 13 युवकों में से दो युवक दर्यापुर शहर के है. अन्य महाराष्ट्र के विविध गांव के थे. सभी युवक 18 से 20 वर्ष की आयु के है. उन्हें एक कंपनी में क्रिप्टो करंसी पर नजर रख ओटीपी जनरेट करने का काम दिया गया था. सभी युवक ऑनलाइन तरीके से काम करते थे. इसका मुख्य सूत्रधार पुणे में रहने की जानकारी पुलिस जांच में सामने आई है. मुंबई पुलिस ने इन सभी युवकों से कडी पूछताछ करते हुए उनके पास के करीबन 42 मोबाइल, लैपटॉप सहित कार और बाईक जब्त की थी. यह पूरा साहित्य जब्त कर मुंबई पुलिस ने इन सभी युवकों को आगामी माह में मुंबई के वरली पुलिस स्टेशन में पेश होने कहा है. इस संबंध में नोटिस जारी कर इन युवकों को निजी मुचलके पर छोडा गया है. इस बाबत रही जानकारी काफी गोपनीय रखते हुए पुलिस ने नाम उजागर करने और कंपनी का नाम व जांच में उजागर हुए सूत्रधार का नाम देने से इंकार किया है. घोटाले की जांच में मुंबई सहित संपूर्ण राज्य की पुलिस को अलर्ट किया गया है. वरली पुलिस स्टेशन के एक अपराध की जांच में मुंबई पुलिस दर्यापुर पहुंची थी. स्थानीय पुलिस की सहायता से मोबाइल लोकेशन के आधार पर संदिग्धों की तलाश की गई तब साईनगर परिसर के वृंदावन कालोनी में बंडू पवार के घर यह युवक किराए से रहने की जानकारी पुलिस को मिली. बंडू पवार के घर जाकर जायजा किया तब अलग-अलग कमरो में यह युवक रहकर काम कर रहे थे. पुलिस ने उनकी तलाशी ली तब उनके पास से कुल 42 मोबाइल, एक होंडा सीटी कार और दो दुपहिया वाहन मिले. इसमें के पुणे के मुख्य सूत्रधार ने सभी संदिग्धो को वर्क फ्रॉम होम का काम रहने की बात कही थी. क्रिप्टो करंसी पर ध्यान रखकर ओटीपी जनरेट कर मिलने पर वह शेयर करने का काम उन्हें दिया गया था, ऐसी जानकारी दर्यापुर पुलिस द्वारा दी गई.

* सभी जानकारी गोपनीय
इस संबंध में सभी जानकारी मुंबई पुलिस ने गोपनीय रखी है. मुख्य सूत्रधार और संपूर्ण जांच पूर्ण होने तक इसमें के कोई भी नाम उजागर करते नहीं आ सकेंगे, ऐसा निर्देश दिया गया है. वरिष्ठ स्तर पर इस बाबत जानकारी दी जाएगी.

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