अमरावती

फईमोद्दीन हत्याकांड का ‘मास्टरमाईंड’ इलाहाबाद से भी फरार

ग्रामीण पुलिस का दल खाली हाथ लौटा

  • आरोपी नवाज खान जेल में, जांच ठंडे बस्ते में

अमरावती/दि.16 – जिले के शेंदुरजनाघाट पुलिस स्टेशन अंतर्गत पुसला बीट के इजारे तालाब में बुधवार 2 सितंबर को स्थानीय जमजम नगर निवासी फईमोद्दीन नसीरोद्दीन काजी नामक 21 वर्षीय युवक की हत्या का ‘मास्टरमाईंड’ सद्दाम इलाहाबाद से भी फरार हो चुका है. ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा का दल सद्दाम की तलाश में इलाहाबाद भी गया था, लेकिन इस दल को खाली हाथ लौटना पडा. वहीं दूसरी ओर फईमोद्दीन की हत्या के मामले में पुलिस व्दारा गिरफ्तार किये गए उसके मित्र नवाज खान फिलहाल न्यायिक हिरासत के तहत अमरावती जेल में है. नियम के अनुसार एक आरोपी को 15 दिन से ज्यादा पुलिस हिरासत में नहीं रखा जा सकता. इस कारण 9 सितंबर को नवाज खान की पुलिस हिरासत की अवधि खत्म हो जाने के बाद पुलिस ने इस कारण उसका पीसीआर बढाने की मांग न्यायालय से नहीं की थी कि सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद अगर नवाज से पूछताछ की जरुरत पडी तो न्यायालय उसे पुलिस हिरासत नहीं देगी. वहीं दूसरी ओर इस हत्याकांड का मास्टरमाईंड इलाहाबाद का सद्दाम रहने से उसे गिरफ्तार करने के लिए ग्रामीण पुलिस की अपराध शाखा का एक दल 3 सितंबर को ही इलाहाबाद गया था, लेकिन पुलिस वहां पहुंचने से पहले ही सद्दाम इलाहाबाद से फरार हो जाने के कारण पुलिस दल खाली हाथ वापस लौटा, लेकिन इसके बाद इस मामले की जांच फिलहाल ठंडे बस्ते में देखी जा रही है. विशेष यह कि इस हत्याकांड में गिरफ्तार नवाज खान की भूमिका केवल इतनी ही है कि सद्दाम के दबाव में आकर उसने फईमोद्दीन को धारणी चलने की बात कहकर घर से अपनी दुपहिया पर बिठाया और नवसारी तक ले जाकर उसे सद्दाम और उसके साथियों के हवाले किया था.
फईमोद्दीन नसीरोद्दीन काजी नामक इस 21 वर्षीय युवक की हत्या के मामले में पुलिस की प्राथमिक जांच में यह सामने आया कि फईमोद्दीन कुछ वर्षों पहले हाफिज बना था और वह इसके साथ ही हकीम का भी काम करता था. किसी बीमार को पानी देने के साथ ही कुछ दवाईयां देने का काम करता था. किसी काम से वह मुंबई गया. तब उसकी पहचान मुंबई में अकबर नामक व्यक्ति से हुई. तब फईमोद्दीन ने अकबर की पत्नी को दवाई दी थी. तब अकबर के यहां उसका साला इलाहाबाद निवासी सद्दाम का भी आनाजाना था. इस कारण फईमोद्दीन की पहचान सद्दाम के साथ हुई. यह भी बताया जाता है कि ऐसी ही दवा व पानी देने के सिलसिले में फईमोद्दीन अपने मित्र नवाज के साथ सद्दाम के घर इलाहाबाद भी गया था. इस कारण सद्दाम व मृतक फईम के मित्र नवाज की वहां पहचान हुई. फईमोद्दीन ने सद्दाम की पत्नी और बेटे को जो दवाई दी जिसमें उनकी तबीयत और खराब हो गई. कुछ दिनों बाद सद्दाम ने फोन कर फईमोद्दीन को तूने बच्चों को कौनसी दवाई पिलाई, इस बारे में पूछा और उनके बीच विवाद हुआ. उस समय सद्दाम ने फईमोद्दीन से बदला लेने के लिए उसके घर का पता लगाने नवाज खान को फोन लगाया. सद्दाम ने नवाज खान पर काफी दबाव डाला, उसे ब्लैकमेल करते हुए नवाज खान को हर हालत में फईमोद्दीन को घर से बाहर निकालकर अपने हवाले करने के लिए कहा. सद्दाम के कहने पर नवाज खान ने मंगलवार 1 सितंबर को फईमोद्दीन को हकिमी इलाज के लिए धारणी चलने की बात कहकर उसे घर से ले गया और नवसारी तक उसे अपनी दुपहिया पर ले जाकर सद्दाम के हवाले किया. उसके बाद सद्दाम फईमोद्दीन को कहा ले गया, उसकी हत्या कहा की गई, उसे शेंदुरजनाघाट थाना क्षेत्र के तहत पुसला के उस तालाब तक कैसे ले गए, उसकी हत्या में और कितने लोग शामिल है, इसका पता सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद ही चलेगा. फिलहाल सद्दाम पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताया गया है और शेंदुरजनाघाट पुलिस गिरफ्तार नवाज खान से पूछताछ कर रही है.

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