दूसरे वर्ष भी खाली रही महापौर और अध्यक्ष की कुर्सियां
विभागीय आयुक्त कार्यालय मुख्य समारोह
अमरावती/ दि. 15-स्वतंत्रता दिवस की 76 वीं वर्षगांठ पर चारों ओर हर्षोल्लास का वातावरण नगर तथा जिले में दिखाई दिया. बाल गोपालों से लेकर सभी ने अपनी राष्ट्रभक्ति को खुलकर प्रदर्शित किया. बेशक भारत माता के जयकारे अपने प्राण प्रण से सभी ने लगाए. सीने पर तिरंगा भी लगाकर अपना राष्ट्रध्वज के प्रति सम्मान और लगाव व्यक्त किया. जिले का मुख्य शासकीय कार्यक्रम विभागीय आयुक्त कार्यालय में हुआ. जहां प्रदेश शासन के वरिष्ठ मंत्री छगन भुजबल के हस्ते शान से तिरंगा फहराया गया. अनेक गणमान्य सांसद, विधायक और नेताओं ने राष्ट्रध्वज को सलामी दी. भारत माता का उद्घोष किया. कमी रह गई तो महापौर तथा मिनी मंत्रालय के अध्यक्ष की.
* पूर्व राष्ट्रपति का भी मान
अमरावती के महापौर तथा जिला परिषद अध्यक्ष के लिए सरकारी समारोह विशेषकर झंडावंदन कार्यक्रम में कुर्सियां आरक्षित रहती है. आज भी विभागीय कार्यालय में देखा गया कि यह विशेष व्यवस्था थी . गणमान्य वहां विराजमान थे. वहां फलक लिखा गया था. जिसमें पूर्व राष्ट्रपति से लेकर महापौर, जिप अध्यक्ष हेतु आसन आरक्षित रहने की जानकारी का उल्लेख फलक पर स्पष्ट नजर आया. अनेक का ध्यान उस पर गया. जिससे चर्चा भी हुई. अमरावती की प्रतिभाताई पाटिल को देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति होने का गौरव प्राप्त है. इसलिए यहां 15 अगस्त के कार्यक्रम मेें उनके लिए विशेष स्थान रखा जाता है.
* दोनों कुर्सियां डेढ वर्ष से रिक्त
अमरावती मनपा और जिला परिषद के चुनाव गत डेढ वर्ष से प्रलंबित हैं. मनपा की अवधि पिछले साल 7 मार्च और उसके कुछ दिनों बाद मिनी मंत्रालय के सदन का कार्यकाल पूर्ण हो गया है. तब से दोनों ही जगह पर प्रशासक राज है. इसीलिए पदाधिकारी नहीं है. सतत दूसरे वर्ष मेयर और जिप अध्यक्ष के स्थान स्वाधीनता समारोह में रिक्त रहे. उल्लेखनीय है कि जब समयावधि पूर्ण हो गई थी, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को लगता था कि कुछ माह में नये चुनाव होंगे. किंतु आरक्षण उपरांत प्रभाग रचना और ऐसी कई बातों की कोर्ट कचहरी शुरू रहते चुनाव सतत प्रलंबित हो रहे हैं. इंतजार करते- करते कार्यकर्ता भी उब गए हैं. राजनीति में जारी उठापटक के कारण कार्यकर्ता संभ्रम में हैं.