महापौर पार्टी का होना चाहिए – बावनकुले
अमरावती और बडनेरा विधानसभा क्षेत्र
* भाजपा की बैठक में आखिर दिए संकेत!
अमरावती/दि. 24 – भारतीय जनता पार्टी के प्रांताध्यक्ष एवं विधायक चंद्रशेखर बावनकुले शुक्रवार शाम वरुड-मोर्शी, तिवसा होते हुए अमरावती आए. उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों संग विधानसभा चुनाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण बैठक और चर्चा की. अमरावती मंडल को भरोसेमंद सूत्रों से मिली इनसाइड जानकारी के अनुसार अमरावती-बडनेरा विधानसभा की समीक्षा बैठक में बावनकुले ने चुनाव में विजय का मंत्र दिया. वहीं उन्होंने स्थानीय निकाय चुनाव की चर्चा छेडकर पुन: अमरावती मनपा में भाजपा का महापौर बनाने का आवाहन भी पदाधिकारियों संग किया. जिससे पदाधिकारी आपस में कई प्रकार की चर्चा करते देखे गए. उसी प्रकार यह भी कहा जा रहा है कि, भाजपाई कुछ मात्रा में मायूस भी हो गए हैं.
* घटक दलों के प्रत्याशी!
महायुति में लोकसभा चुनाव में साथी दलों ने अमरावती में भाजपा को मौका दिया था. जिसके बदले में अब विधानसभा में भाजपा को अपने हक के महत्वपूर्ण स्थान साथी दलों के लिए छोडने के कयास जमकर लगाए जा रहे हैं. रवि राणा का युवा स्वाभिमान एनडीए का हिस्सा होने से बडनेरा सीट पर विधायक का दावा कहा जा रहा है. वहीं अमरावती सीट पर सरकार में शामिल डीसीएम अजित पवार की राकांपा का क्लेम बताया जा रहा है. प्रत्याशी के नाम की भी चर्चा हो रही है.
* बावनकुले का टोन बदला
भाजपा सूत्रों ने ही अमरावती मंडल को बताया कि, लोकसभा चुनाव की तुलना में विधानसभा से पहले प्रदेशाध्यक्ष और नेताओं का लहजा बदला है. अब साथी दलों के उम्मीदवारों की निशानी का भी जमकर प्रचार व काम करने कहा जा रहा है. फिर वह धनुष्यबाण हो या राकांपा अजित पवार गुट की घडी निशानी हो. उन्होंने वरुड-मोर्शी की सभा में भी वही कहा और शुक्रवार शाम अमरावती-बडनेरा की सभा में भी लगभग वैसा ही संबोधन किया कि, निशानी कोई भी हो, महायुति के विजय हेतु प्रयत्नों की पराकाष्ठा करना है.
* महापौर पद की चर्चा
विधानसभा का चुनाव सन्निकट है. सभी राजनीतिक दल वैसी तैयारी भी कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने अमरावती की बैठक में महापौर पद की चर्चा छेड दी, ऐसी जानकारी पार्टी सूत्रों ने ही दी. चंद्रशेखर बावनकुले ने पार्टी जनों से अमरावती में भाजपा का महापौर बनाने के लिए जुट जाने का आवाहन किया. उनसे जीत का मंत्र भी शेयर किया. प्रदेश नेता ने कहा कि, प्रत्येक बूथ पर 5-5 वोट भी बढ जाते तो लोकसभा में नतीजा अलग रहता. ऐसे उन्होंने पदाधिकारियों में उत्साह संचार करने का प्रयत्न किया. पार्टी ने दावा किया कि, यह बैठकें अत्यंत चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ चर्चा हेतु रखी गई थी. यह भी उल्लेखनीय है कि, बावनकुले दो दिवसीय जिला दौरे पर शुक्रवार सबेरे 10 बजे वरुड पधारे थे. वहां से उन्होंने विविध विधानसभा क्षेत्र की समीक्षा बैठक, तैयारी बैठक की अध्यक्षता की.
* जिले में केवल एक सीट
भाजपा पहले ही विधानसभा के लिहाज से अमरावती में सीमित शक्ति रखती है. जिले की 8 सीटों में से केवल धामणगांव रेलवे क्षेत्र में प्रताप अडसड के रुप में पार्टी के एकमात्र विधायक है. महायुति में भाजपा के साथ शिवसेना शिंदे गट और अजित पवार गट व सहयोगी प्रहार एवं युवा स्वाभिमान भी गिने जाते हैं. बच्चू कडू के नेतृत्ववाले प्रहार के पास अचलपुर एवं मेलघाट, युवा स्वाभिमान के पास बडनेरा क्षेत्र मौजूद है. ऐसे में भाजपाई आपस में प्रश्न कर रहे हैं कि, पार्टी विधानसभा में कितने स्थानों पर चुनाव लडेंगी. जय-विजय की बात तो अभी कोई करता दिखाई नहीं दे रहा.