कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा, नए अध्यक्ष के नेतृत्व में जोश से काम करेंगे
पवार के त्यागपत्र पर अलग-अलग राय
* राकांपा में हड़कंप
* अमरावती में दिए थे संकेत
अमरावती/दि.2- राकांपा सुप्रीमो शरद पवार द्वारा पार्टी की अध्यक्षता त्यागने की घोषणा ने मुंबई से लेकर गोंदिया तक हलचल मचा दी है. पार्टी कार्यकर्ता उनकी घोषणा से हैरान रह गए हैं. तथापि अमरावती में पार्टी पदाधिकारियों ने अलग-अलग राय दी है. किसी ने कहा कि पवार साहब के अध्यक्ष पद से हटने के कारण कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा. जबकि शहर प्रवक्ता ने अलग राय रखी. महिला राकांपा की नेता ने पवार साहब से त्यागपत्र पीछे लेने की विनती करने की बात कही. याद दिला दें कि पिछले माह राकांपा से चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता छीन ली थी. उसी प्रकार स्वयं शरद पवार ने नए नेतृत्व को अवसर देने की बात कही थी.
पवार साहब का हटना दुर्भाग्यपूर्ण
राकांपा जिलाध्यक्ष सुनील वर्हाडे ने पवार साहब की अध्यक्ष पद की हटने की घोषणा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि पवार के रहने से कार्यकर्ताओं में जोश का संचार होता है. वे अध्यक्ष नहीं रहेंगे तो कार्यकर्ता हतबल होंगे. उसी प्रकार मविआ बनाने का और सरकार चलाने का श्रेय पवार साहब को है. पवार ने सदैव आम आदमी को ध्यान में रखकर राजकारण किया है. उनकी आज की घोषणा दुर्देवी है. माना कि उम्र का तकाजा है, किन्तु उनके रहने मात्र से पार्टी की बात कुछ अलग रहती है.
नए नेता के नेतृत्व में नया जोश
शहर राकांपा प्रवक्ता अविनाश मार्डीकर ने कहा कि पवार साहब ने पिछले अमरावती दौरे के समय ही भाकरी बदलने की भाषा की थी. अब वे अध्यक्ष पद नहीं संभालेंगे, किन्तु मार्गदर्शक बने रहेंगे. नए नेता के नेतृत्व में कार्यकर्ता नए उत्साह से कार्य करेंगे. पार्टी जिसे तय करेंगे,वह पक्ष प्रमुख बनेगा. दोगुनी ताकत से पार्टी चलाएगा. कार्यकर्ता उनके साथ मिलकर नई ताकत से काम करेंगे. साहब का मार्गदर्शन और नए लीडर का जोश निश्चित ही राकांपा को नई ऊंचाई दिलाने का विश्वास मार्डीकर ने व्यक्त किया.
साहब से बने रहने करेंगे विनती
राकांपा महिला आघाड़ी की अमरावती की प्रमुख नेता संगीता ठाकरे ने कहा कि पार्टी में आज भी साहब की जरुरत है. उन्हीं की बदौलत मविआ बनी थी. राकांपा फिर सत्ता में आयी थी. संगीता ठाकरे के अनुसार सभी कार्यकर्ता पवार साहब से अपना त्यागपत्र पीछे लेने के लिए रिक्वेस्ट करेंगे. पवार साहब भी कार्यकर्ताओं का मान रख अपनी घोषणा पीछे लेने का विश्वास संगीता ठाकरे ने व्यक्त किया.