अमरावती

जितना डीजल, उतनी ही रापनि बसों की फेरियां

दीपावली में बढेगी यात्रियों की भीडभाड

  • रापनि का अखंडित सेवा हेतु नियोजन

अमरावती/दि.23 – डीजल की किल्लत रहने के चलते सितंबर माह के दौरान राज्य परिवहन निगम को अपनी बसों की कई फेरियां रद्द करनी पडी थी. किंतु दीपावली पर्व के दौरान रापनि बसों में खचाखच भीड रहती है. ऐसे में यदि इस दौरान भी डीजल की किल्लत पैदा होती है, तो इसकी वजह से रापनि को काफी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड सकता है. इस बात के मद्देनजर नुकसान को टालने हेतु रापनि के अमरावती प्रादेशिक विभाग द्वारा आवश्यक नियोजन किया जा रहा और दीपावली व भाईदूज पर होनेवाली यात्रियोें की भीडभाड को ध्यान में रखते हुए डीजल की किल्लत न हो पाये, इस ओर पूरा ध्यान दिया जा रहा है, ताकि यात्रियों को अखंडित बस सेवा उपलब्ध करायी जा सके.

दीपावली पर बढेगी एसटी बस की फेरियां

लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों को शिथिल किये जाने के बावजूद इस समय रापनि बसों की यात्री सेवा को प्रतिसाद काफी कम मिल रहा है. ऐसे में अमरावती से वरूड, परतवाडा, दर्यापुर, यवतमाल, अकोला व नागपुर मार्ग पर कम यात्री संख्या के साथ बसें चलानी पड रही है. जिसमें रापनि को काफी हद तक नुकसान का भी सामना करना पड रहा है. किंतु अब 15 दिनों में दीपावली का पर्व पडनेवाला है. इस समय दीपावली व भाई दूज के मौके पर यात्री संख्या में इजाफा हो सकता है. जिसके चलते रापनि बसों की फेरियां बढायी जा सकती है.

आगारनिहाय बसे व फेरिया

आगार बस फेरिया लगनेवाला डिजल
अमरावती 62 182 3,850
बडनेरा 50 098 3,000
परतवाडा 61 261 3,670
वरूड 47 176 2,800
चांदूर रेल्वे 32 235 2,660
दर्यापुर 42 208 3,180
मोर्शी 33 175 2,345
चांदूर बाजार 38 208 2,475
विभाग 365 1,543 25,000

क्यों हो रहा है रापनि को घाटा

यद्यपि लॉकडाउन काल के बाद राज्य परिवहन निगम की यात्री सेवा पहले की तरह सुचारू हो गई है और अब पर्व एवं त्यौहारों का दौर शुरू होने के चलते रापनि बसों में यात्रियों की संख्या भी बढने लगी है. लेकिन इसके बावजूद रापनि को घाटा सहन करना पड रहा है, क्योंकि अब तक कई मार्गों पर रापनि की बसों में यात्री संख्या अपेक्षित तौर पर पूर्ण नहीं हो पायी है.
– कई मार्गों पर तो बसें भरी हुई दिखाई देती है, किंतु कई रूटों पर यात्रियों की संख्या बेहद अत्यल्प रहने के बावजूद रापनि द्वारा बसें चलायी जा रही है. जिसकी वजह से नुकसान बढ रहा है. वहीं इन दिनों डीजल की कीमतें बढने के चलते सभी फेरियों में लागत भी बढ रही है. साथ ही रापनि बसों के नादुरूस्त होने का प्रमाण भी लगातार बढ रहा है.

डीजल का पर्याप्त स्टॉक

कोविड संक्रमण काल के दौरान रापनि की आय बुरी तरह से प्रभावित हुई थी. जिसके परिणाम स्वरूप रापनि आगारों में डीजल की भी किल्लत होने लगी थी. ऐसे में अन्य आगारों से डीजल लेने अथवा बस खडी करने की नौबत आन पडी थी. लेकिन अब रापनि के स्थानीय आगार में डीजल का पर्याप्त स्टॉक है. ऐसी जानकारी रापनि के विभाग नियंत्रक श्रीकांत गभणे द्वारा दी गई है.

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