अमरावती / दि. १२-संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ की सीनेट की बैठक का आगामी ३० जनवरी का मुहूर्त टल गया है. विद्यापीठ के कुलपति तथा राज्यपाल ने अब तक इस संबंध में निर्णय नहीं लिया. विद्यापीठ कानून के प्रावधान के अनुसार राज्यपाल जिस दिन निर्णय लेते है, उस दिन से २१ वें दिन बैठक हो सकती है. अधिसभा की बैठक का निमंत्रण संबंध में सूचना कम से कम २० दिन पूर्व सभी सदस्यों को देना पड़ता है. इसलिए अब ३० जनवरी इस प्रस्तावित तारीख को यह बैठक नहीं हो सकती, ऐसा विद्यापीठ प्रशासन का कहना है. चुनाव होकर डेढ़ महिना बीतने के बाद भी बैठक का आयोजन नहीं किया जाने से सीनेट सदस्यों में फिलहाल बेचैनी का वातावरण है. इसी पृष्ठभूमि पर सबसे ज्यादा सीट प्राप्त करनेवाले नुटा संगठन ने विद्यापीठ प्रशासन को पत्र देकर बैठक के आयोजन की मांग की थी. वहीं दूसरी ओर राज्यपाल और कुलगुरु ने सदस्यों का चयन अब तक नहीं करने से सभी सदस्यों की एकत्रित बैठक हो, इसलिए हम रुके थे, ऐसा विद्यापीठ प्रशासन का कहना रहा. इस दौरान नामांकन और बैठक का आयोजन यह दोनो अलग विषय रहने से उसे एक न करते हुए विजयी सदस्यों की उपस्थिति में बैठक ली जाए, यह मांग आगे आई थी. इसलिए विद्यापीठ प्रशासन ने राज्यपाल को पत्र देकर ३० जनवरी को बैठक लेने मंजूरी दी जाए, यह मांग की थी. यह मांग १० जनवरी के अंदर मंजूर हुई होती तो हमें उसी तारीख को बैठक लेना संभव होता, लेकिन यह मांग ११ जनवरी को भी मंजूरी की प्रतीक्षा में ही रहने से यह मुहर्त टल गया, ऐसा विद्यापीठ प्रशासन ने बताया. इस संबंध में कुलसचिव तुषार देशमुख ने कहा कि, राज्यपाल ने ३० जनवरी के लिए अब तक मंजूरी नहीं दी. अब वे जिस दिन मंजूरी देंगे, वहां से २१ वें दिन सीनेट की बैठक ली जाएगी.
चुनाव के कारण दिक्कत
आगामी ३० जनवरी को विधान परिषद के अमरावती विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव है. सीनेट के अधिकांश सदस्य इस चुनाव के मतदाता रहने से इस दिन बैठक लेने वैसे भी दिक्कत आती थी, ऐसा कईयों का कहना रहा. राज्यपाल ने वह तारीख सुनिश्चित नहीं करने से यह उचित रहा, ऐसा कहकर सीनेट सदस्यों ने राहत की सांस ली है.