अमरावती

प्रियंका हत्याकांड का रहस्य बरकरार, नहीं खोला मुंह

डॉ.पंकज दिवान जेल की सलाखों के पीछे

* दिवान की बहन पुलिस की आँख में धुल झोंककर फरार
अमरावती/ दि.17 – प्रियंका की रहस्यमय ढंग से की गई हत्या के मामले में गिरफ्तार किये गए डॉ.पंकज दिवान को 14 दिनों तक पुलिस कस्टडी में रखा गया. परंतु डॉ.दिवान ने पुलिस के सामने अपना मुंह तक नहीं खोला. अंतिम दम तक उसने पुलिस को केवल एक ही जवाब दिया कि, वह हत्या के समय घर पर नहीं था. इसके अलावा कोई जवाब नहीं दिया. पुलिस कस्टडी की समयावधि समाप्त होने के बाद सोमवार के दिन डॉ. दिवान को अदालत में पेश किया. अदालत में डॉ.दिवान को न्यायालयीन कस्टडी के तहत जेल रवाना किया है. डॉ. दिवान के साथ उसकी मां को भी गिरफ्तार किया गया था. उसकी मां को पहले ही जेल रवाना किया जा चुका है, परंतु इस हत्या के अपराध में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. इसमें से तीसरी डॉ. पंकज दिवान की बहन अब तक फरार है. पुलिस ने हरसंभव प्रयास कर लिये, परंतु वह पुलिस के साथ आँखमिचौली खेलते हुए पुलिस को चकमा दे रही है.
बता दें कि, गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र के राधा नगर स्थित डॉ. पंकज दिवाना के श्री साई हेल्थ केअर एण्ड मल्टी स्पेशालिटी अस्पताल में डॉ. दिवान की तीसरी पत्नी की संदेहास्पद तरीके से लाश बरामद हुई थी. प्रियंका के रिश्तेदारों ने हत्या कि ये जाने का स्पष्ट आरोप लगाया था. प्रियंका की लाश पर अकोला के अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में प्रियंका के सिर पर अंदरुनी चोट लगने और मस्तिष्क में उसका खुन रिसाव होने के कारण मौत होने का उल्लेख किया गया है. वहीं दूसरी और प्रियंका की छोटी बहन प्रगती कातकिडे ने गाडगे नगर पुलिस थाने में उसकी बहन की हत्या किये जाने की शिकायत दी. जिसके आधार पर पुलिस ने डॉ. पंकज दिवान, उसकी मां डॉ. शोभा दिवान, उसकी बहन डॉ. स्मिता कांबले के खिलाफ हत्या करने की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया.
इस दौरान तीनों आरोपी फरार थे. पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी. आज से 15 दिन पहले डॉ. पंकज दिवान और उसकी मां मोर्शी रोड से फरार होने के फिराक में थे. इसी बीच पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने डॉ.दिवान और उसकी मां को भागने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया. परंतु इससे पहले की पुलिस गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी करती दोनों मां बेटे में शुगर और उच्च रक्तचाप होने का बहाना बनाया. पुलिस ने मेडिकल के दौरान जिला अस्पताल में डॉ.दिवान व उसकी मां को भर्ती कराया. दोनों का स्वास्थ्य ठिक होने के बाद हत्या के अपराध में गिरफ्तार करने की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद दोनों को अदालत ने पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये. परंतु डॉ. दिवान व उसकी मां ने पुलिस के सामने मुंह तक नहीं खोला. इसके बाद अदालत के आदेश पर डॉ. शोभा दिवान को न्यायालयीन कस्टडी के तहत जेल रवाना किया. दूसरी तरफ अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पंकज दिवान को फिर से तारीख बढाकर पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये. 14 मई तक पुलिस कस्टडी में रखने के बाद भी डॉ. पंकज दिवान ने पुलिस को कुछ नहीं बताया. पुलिस ने हर संभव प्रयास किया, फिर भी डॉ. पंकज दिवान अपनी बातों पर अडा रहा. पुलिस कस्टडी की समयावधी समाप्त होनेे पर आखिर उसे अदालत में पेश किया. अदालत ने डॉ. पंकज दिवान को न्यायालयीन कस्टडी के तहत जेल रवाना करने के आदेश दिये. दूसरी तरफ फरार डॉ. पंकज दिवान की बहन की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है. पुलिस को इस हत्याकांड से जुडी डॉ. पंकज दिवान की बहन हाथ लगने के बाद हत्याकांड का पर्दाफाश होने के आशा की किरण दिखाई दे रही है.

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