अमरावती/दि.16 – बीती शाम स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में ‘एक रंग-बिरंगी शाम, कौमी एकता के नाम’ शीर्षक तले ऑल इंडिया मुशायरें का आयोजन किया गया. जो बेहद सफल, शानदार व यादगार रहा. इस मुशायरें में देश के अलग-अलग हिस्सों से आये शायरों ने अपने एक से बढकर एक कलाम पेश किये. जिसे शोरा-ए-कराम की महफिल बडी सुंदर तरीके से सजी हुई दिखाई दी.
इस मुशायरें की शुरुआत अतिथियों के स्वागत व सत्कार से की गई. मुशायरें के उद्घाटन अवसर पर एमजी मोटर के संचालक राजाभाई वेंडर, मो. मुश्ताक, मो. अल्तमश, सदर-ए-मुशायरा शेख नौशाद, जीनत-ए-मुशायरा साजिद अहमद, पासबाने उर्दू अदब के अध्यक्ष फिरोज खान, जीनत-ए-महफिल व राकांपा अल्पसंख्यंक सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी मो. रफिक, इरफान भाई, हव्याप्र मंडल के प्रा. डॉ. संजय तिरथकर साजिद शेख, कयामोद्दीन पठान, पूर्व पार्षद शेख हमीद शद्दा, उर्दू टीचर्स एसो. के गाजी जाहेरोश, मुस्लिम हेल्पलाईन के हाजी रम्मू सेठ, पूर्व पाषर्द अफजल चौधरी, कमर मिर्जा बेग, नदीम खान, नसीम खान पप्पू, डॉ. अपर्णा मकेश्वर, मुस्लिम लीग के नदीम अहमद, परवेज खान गोरी, अनिस खान आष्टी, कन्वीनर-ए-मुशायरा डॉ. जाहीर नैयर, नियाज कशीश, राकांपा के सनाउल्लाह खान, शारिक खान, शाहीद सिद्दीकी, हाजी नैयर व पूर्व पार्षद सलाउद्दीन खान विशेष रुप से उपस्थित थे. इन सभी गणमान्यों सहित मुशायरें में शिरकत करने हेतु पहुंचे शायरों का सदर-ए-मुशायरा शेख नौशाद की ओर से स्थगबाल किया गया.
इसके उपरान्त मध्यप्रदेश के देवास से पधारे स्माइल नजर की निजामद में इस मुशायरें का आगाज हुआ और बुर्हानपुर से आये नईम अख्तर खादमी ने नातेपाक पेश करते हुए इस मुुुुुुशायरें का सिलसिला शुरु किया. जिसके उपरान्त आर्वी से आये पारुख जिया, दर्यापुर से आये अनिक अहमद अनिक, मुंबई से आई राणा तबस्सुम व डॉ. सागर त्रिपाठी, उडीसा से आये हामीद भसावली व नासिर परास, बुर्हानपुर की शउर आशना बयावल के हबीब मंजर, उज्जैन के शहा नवान नसीम, मालेगांव की जोया तहसीन तथा अचलपुरी नसीम नवाज ने अपनी एक से बढकर एक शायरी व कलाम पेश करते हुए उपस्थितों की जमकर वाह वाही लूटी और अपनी प्रस्तूतियों से इस आयोजन को चार चांद लगा दिये. इस मुशायरें में शहर के अदब प्रेमियों की अच्छी खासी उपस्थिति रही.