कुलगुरु नामित सिनेट सदस्यों के नाम राज्यपाल के पास
किसे मिलेगा मौका, सभी विद्वतजनो में उत्सुकता
अमरावती/ दि.29 – संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के सिनेट का चुनाव होकर करीब एक माह का समय बीत चुका है, लेकिन इसके बावजूद भी राज्यपाल नामित सदस्यों के नाम तय नहीं हुए है. जिसके चलते शिक्षा क्षेत्र में काफी बेचैनी वाला वातावरण है. वहीं दूसरी ओर सिनेट कुलपति व कुलगुरु नामित सदस्यों की सूची में किसके नाम है, इसकी ओर सभी विद्वतजनों का ध्यान लगा हुआ है. जानकारी के मुताबिक कुलगुरु व्दारा नामित करने हेतु सुझाए गए नामों की सूची राज्यपाल के पास भेजी जा चुकी है और आगामी एक सप्ताह के दौरान इसे लेकर खुलासा हो जाएगा.
बता दे कि, सिनेट में राज्यपाल को 10 तथा कुलगुरु को 3 सदस्य नामित करने का अधिकार होता है. इस अधिकारानुरुप कुलगुुरु व्दारा तैयार की गई सूची राज्यपाल की मान्यता के लिए भेज दिये जाने की विश्वसनीय जानकारी है. वहीं इस दौरान इन नामों के साथ ही कुलपति व्दारा नामित 10 नामों की सूची भी एक सप्ताह के भीतर विद्यापीठ को प्राप्त हो जाएगी. जिसके तुरंत बाद सिनेट की पहली बैठक बुलाई जाएगी. सिनेट के चुनाव होकर एक माह बीत जाने के बावजूद भी नामित सदस्यों के नाम निश्चित नहीं होने की वजह से शिक्षा क्षेत्र में कुछ हद तक बेचैनी का वातावरण दिखाई दे रहा है. साथ ही नवनिर्वाचित सदस्यों सहित कई विद्वतजनों ने नामित सदस्यों का चयन जल्द से जल्द करते हुए पहली बैठक बुलाकर सिनेट का गठन किये जाने की मांग विद्यापीठ प्रशासन से की थी. इसके अलावा नुटा संगठन ने भी विद्यापीठ प्रशासन को पत्र भेजकर सिनेट का नियमानुसार गठन करने हेतु आवश्यक कदम उठाने का निवेदन किया था. जिसके चलते विद्यापीठ में सिनेट गठित करने की हलचले तेज हो गई है.
ज्ञात रहे कि, प्रतिवर्ष विद्यापीठ का वार्षिक आर्थिक बजट 15 मार्च से पहले मंजूर करना होता है. इससे पहले सिनेट का नियमानुसार गठन होना आवश्यक होता है. 74 सदस्यीय सिनेट में 39 सदस्य प्रत्यक्ष चुनाव के जरिये चुने गए है. इसके अलावा राज्यपाल व्दारा नामित 10, कुलगुरु व्दारा नामित 3 (2 शिक्षकेत्तर कर्मचारी व 1 नगरसेवक), विधानसभा के 2 व विधान परिषद के 1 ऐसे तीन विधायक, जिला परिषद के 1 सदस्य, विद्यापीठ के विभिन्न विभागों के 17 प्रमुख तथा सदस्य सचिव के तौर पर 1 कुलसचिव का सिनेट में समावेश किया जाता है. इन सभी सदस्यों का चयन होने के बाद ही सिनेट अस्तित्व में आकर कार्यान्वित होती है. जिसके चलते मतदान के जरिये विजयी हुए सदस्यों में बेचैनी पसरी हुई है. क्योंकि एक माह का समय बित जाने के बावजूद भी अब तक सिनेट का गठन नहीं हुआ है. जिसकी वजह से मतदान के जरिये निर्वाचित हुए सदस्यों में बेचैनी देखी जा रही है.
वहीं दूसरी ओर इस समय राज्य विधान मंडल का नागपुर में शितकालीन सत्र चल रहा है. जिसकी वजह से राज्यपाल की व्यस्थता काफी अधिक बढ गई है. ऐसे में अधिवेशन समाप्त होने के बाद ही वे नामित सदस्यों की सूची को हरी झंडी दिखाएंगे, ऐसा पता चला है. इस बीच विधानसभा के प्रतिनिधि के तौर पर विधायक प्रताप अडसड का नाम विद्यापीठ के पास पहुंच चुका है. वहीं विधान परिषद के प्रतिनिधि का नाम पता चलना अब तक बाकी है.
* पुणे विद्यापीठ में हुई सिनेट की बैठक
बता दे कि, संगाबा अमरावती विद्यापीठ, सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ तथा रातुम नागपुर विद्यापीठ सिनेट के चुनाव एक ही दिन हुए थे. पश्चात पुणे विद्यापीठ ने 21 दिन पहले ही नोटीस जारी कर नवनिर्वाचित सदस्यों की पहली बैठक 28 दिसंबर को आयोजित की. जबकि वहां पर भी राज्यपाल नामित सदस्यों का चयन होना अभी बाकी है.
प्र-कुलगुरु मार्फत गई सूची
इस समय कुलगुरु डॉ. दिलीप चांदेकर अवकाश पर है. जिसके चलते कुलगुरु पद का प्रभार प्र-कुलगुरु डॉ. विजयकुमार चौबे के पास है. ऐसे में उनके मार्फत कुलगुरु नामित सदस्यों की सूची राज्यपाल के पास भेजी गई है. जिसमें से चुने जाने वाले सदस्यों के नाम जल्द ही विद्यापीठ को बताए जायेंगे. एक सप्ताह के भीतर यह प्रक्रिया पूर्ण होकर जनवरी माह के दूसरे पखवाडे में सिनेट की पहली बैठक होने की संभावना है.
– डॉ. तुषार देशमुख, कुलसचिव, संगाबा अमरावती विद्यापीठ