धारणी का प्राकृतिक व पारंपारिक सौंदर्य दुनिया के सामने आना चाहिए
विधायक सुलभा खोडके का प्रतिपादन
* नाईक महाविद्यालय में हुआ भव्य स्नेहसम्मेलन
अमरावती /दि.20– धारणी और मेलघाट को लेकर हमेशा ही कुपोषणग्रस्त दुर्गम व अतिदुर्गम क्षेत्र का चित्र दर्शाया जाता है. परंतु धारणी में प्राकृतिक सौंदर्य सहित आदिवासी लोकजीवन सभ्यता व संस्कृति ने एक लौकिक निर्माण किया है. जिसके चलते धारणी का प्राकृतिक व पारंपारिक सौंदर्य दुनिया के सामने आना चाहिए, इस हेतु सभी को साथ मिलकर प्रयास करने की जरुरत है. इस आशय का प्रतिपादन करने के साथ ही विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, केवल सरकार की विविध योजनाओं से ही विकास नहीं होता, बल्कि शिक्षा के जरिये नया परिवर्तन किया जा सकता है.
संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ से संलग्नित एवं दयाराम पटेल स्मारक ट्रस्ट (धारणी) द्वारा संचालित धारणी स्थित श्री वसंतराव नाईक महाविद्यालय के सुवर्ण महोत्सव निमित्त आयोजित स्नेहसम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर विधायक सुलभा खोडके अपने विचार व्यक्त कर रही थी. इस समय व्यासपीठ पर ट्रस्ट की अध्यक्षा विणा मालवीय, उपाध्यक्ष अनंत भिसे, मेलघाट भूषण नानासाहेब भिसे, पूर्व विधायक नरेशचंद्र ठाकरे, प्राचार्या डॉ. विजयकुमार गवई, अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सुभाष बोंडे, पूर्व जिप सदस्य श्रीपाल पाल, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष प्रदीप भिसे आदि गणमान्य उपस्थित थे. इस समय विधायक सुलभा खोडके के हाथों मेलघाट भूषण नानासाहेब भिसे का उनके 100 वें जन्मदिवस पर अभिष्टचिंतन किया गया. साथ ही इस समय नानासाहेब के जीवन पर आधारित चरित्र ग्रंथ का भी प्रकाशन गणमान्य अतिथियों के हाथों किया गया. इस समय विधायक खोडके ने मेलघाट जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र में शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु किये गये कामों को गौरवपूर्ण बताया.
इस स्नेहसम्मेलन के दौरान आयोजित विभिन्न खेल व स्पर्धा, नृत्य व नाट्य स्पर्धा, रंगोली स्पर्धा का उद्घाटन विधायक सुलभा खोडके के हाथों किया गया. स्थानीय कलाकारों ने आदिवासी लोकनृत्य प्रस्तूत करते हुए अपनी सभ्यता व संस्कृति का दर्शन कराया. इस कार्यक्रम में जयराम पटेल स्मारक ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी एवं वसंतराव नाईक महाविद्यालय के प्राध्यापक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे.