अमरावती/ दि.16– दैनिक जीवन में युवा पीढी को आनेवाली समस्या का सामना करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए है. योगाभ्यास में अष्टांग योग द्बारा शरीर और मन को सदृढ रखा जा सकता है. स्वामी विवेकानंद सभी धर्म का एक ही ध्येय है. ऐसा वे मानते थे व आत्मसाक्षात्कार, युवको का एक संगठन बनाना, भक्तियोग, राजयोग, कर्मयोग, ज्ञानयोग के अभ्यास द्बारा युवकों को समृध्द होना चाहिए, ऐसा प्रतिपादन उपजिलाधिकारी डॉ नितिन व्यवहारे ने किया. संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के आजीवन अध्ययन व विस्तार विभाग एम.ए. योगशास्त्र पाठ्यक्रम अंतर्गत युवा दिन व राजमाता जिजाऊ जयंती निमित्त आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.
इस समय अध्यक्षीय भाषण में डॉ. वैभव मस्के ने स्वामी विवेकानंद व राजमाता जिजाऊ के परिवर्तनवादी विचार से युवक प्रेरणा ले, ऐसा आवाहन किया. विभाग के संचालक डॉ. श्रीकांत पाटील के मार्गदर्शन में कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन किरण दर्जा, अतिथियों का परिचय रश्मी बिजवे, आभार प्रियंका पिंजरकर ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रा. शुभांगी रवाले, प्रा.स्वप्निल मोरे, प्रा. स्वप्निल इखार, डॉ. अनघा देशमुख, प्रा. शिल्पा देवारे व प्रा. प्रफुल्ल गांजरे ने परिश्रम किए. कार्यक्रम में विभाग के प्राध्यापक , कर्मचारी, विद्यार्थी उपस्थित थे.