अपने पारिवारिक संस्कारों व संयुक्त परिवारों की ओर लौटना समय की जरुरत
राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष व संपादक अनिल अग्रवाल का कथन
* माहेश्वरी महिला मंडल के पदग्रहण समारोह में व्यक्त किये विचार
अमरावती/दि.29 – राजस्थानी समाज में माहेश्वरियों की संख्या सबसे अधिक है. ऐसे में माहेश्वरियों को राजस्थानी समाज का एक तरह से मुख्या आधारस्तंभ व चेहरा भी कहा जा सकता है. आज देश सहित दुनिया का ऐसा कोई कोना नहीं, जहां पर राजस्थानी समाज का कोई व्यक्त न रहता हो, लेकिन हम संयुक्त परिवार के मूलतत्व तथा अपने परिवारिक संस्कारों से कही न कही दूर हो गये. जिसकी वजह से जिसका हमें कही न कही खामियाजा भुगतना पड रहा है. ऐसे में बेहद जरुरी है कि, हम अपने मूलतत्व व पारिवारिक संस्कारों की ओर वापिस लौटे तथा संयुक्त परिवार की अवधारणा को एक बार फिर साकार करे. इस आशय का प्रतिपादन दैनिक अमरावती मंडल के संपादक तथा राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल द्वारा किया गया.
गत रोज स्थानीय बडनेरा मार्ग स्थित सिद्धार्थ मंगलम में माहेश्वरी महिला मंडल का पदग्रहण समारोह आयोजित किया गया था. जिसकी अध्यक्षता करते हुए संपादक अनिल अग्रवाल ने उपरोक्त विचार व्यक्त किये. इस अवसर पर माहेश्वरी महिला मंडल की निवर्तमान अध्यक्षा लता लढ्ढा, पूर्व अध्यक्षा पुष्पलता पारवानी, वर्षा मालू, प्रीति सोनी तथा नवनिर्वाचित अध्यक्षा सरिता मालानी व सचिव योगिता लढ्ढा बतौर प्रमुख अतिथि उपस्थित थी. इस अवसर पर अपने संबोधन में संपादक अनिल अग्रवाल ने माहेश्वरी महिला मंडल द्वारा किये जाते कामों की प्रशंसा करते हुए कहा कि, माहेश्वरी समाज की महिलाओं की सक्रियता भी अपने आप में बेहद उल्लेखनीय है तथा माहेश्वरी महिलाओं की इस सक्रियता से प्रेरणा ली जा सकती है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, राजस्थानी समाज का मूलतत्व दान, धर्म व दया है. इसके अलावा संयुक्त परिवार और पारिवारिक संस्कार हमारी पहचान रहे. परंतु आज समाज इन सभी बातों से कही न कही भटक रहा है. इस भटकाव को समय रहते दुरुस्त किये जाने की जरुरत है. साथ ही इस काम में महिलाओं की भूमिका ही सबसे महत्वपूर्ण हो सकती है.
इस अवसर पर माहेश्वरी महिला मंडल की नवनिर्वाचित अध्यक्षा सरिता मालानी व सचिव योगिता लढ्ढा के साथ ही उपाध्यक्ष जयश्री लोहिया, विद्या भैया, कोषाध्यक्ष सपना पनपालिया, सहकोषाध्यक्ष प्रीति सोनी, सहसचिव गायत्री मोहता, कार्यकारिणी सदस्य तृप्ति बियानी, अंकिता काकाणी, अपर्णा मुंधडा, जयश्री तापडिया, एड. तृप्ति चांडक, जया चांडक, वर्षा चांडक, कविता गंगन, रेनू चांडक, वंदना चांडक, मीता राठी, सुजाता गांधी, अमृता लाहोटी अंकिता पनपालिया, जागृति मुंधडा, ममता मूंधडा, नीता मूंधड, रचिता जाखोटिया, रैना मंत्री, राधिका बागडी व काजल साहू का समावेश रहने वाली कार्यकारिणी को पदभार प्रदान किया गया. इसके साथ ही पूर्व अध्यक्षा प्रभा झंवर व रजनी राठी ने सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें उनके पदनाम की पिन पहनाई.
इस समय माहेश्वरी महिला मंडल की निवर्तमान अध्यक्ष लता लड्ढा ने अपने कार्यकाल का लेखाजोखा पेश किया. साथ ही अपनी कार्यकारिणी के सदस्यों का हर तरह के सहयोग हेतु आभार ज्ञापित किया. जिसके तहत लता लढ्ढा ने अपनी कार्यकारिणी में शामिल रही सपना पनपालिया, शीतल बूब, रजनी राठी, विद्या भैया, अंकिता पनपालिया, जयश्री तापडिया, कविता गंगन, मिता राठी, प्रीति सोनी, रचिता जाखोटिया, सुजाता गांधी, सुनीता मालानी, नीता मुंधडा, अमृता लाहोटी, जागृति मुंधडा, जया चांडक, ममता मुंधडा, राधिका बागडी, रैना मंत्री, सोनल मंत्री, वर्ण चांडक, जयश्री लोहिया, गायत्री मोहता, श्रावी टावरी, प्रेरणा सादानी, सोनल चांडक, चंचल जाजू का सत्कार किया.
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन से की गई. स्नेहल सोमाणी व एकता लड्ढा ने सर्वप्रथम गणेश वंदना प्रस्तुत की. पश्चात रेनू चांडक व निधि लड्ढा ने महेश वंदना पेश की. कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्षा वर्षा मालू व श्रावी टावरी का जन्मदिन रहने से उन्हें जन्मदिन की बधाई दी गई. इसके अलावा पूर्व अध्यक्षा एवं मार्गदर्शिका प्रभा झंवर, प्रीति डागा, अर्चना लाहोटी, वर्षा मालू, रजनी राठी, शीतल बूब, विद्या भैया, जयश्री तापडिया सहित सभी ने नवनिर्वाचित अध्यक्षा सरिता मालानी, सचिव योगिता लड्ढा, कोषाध्यक्षा सपना पनपालिया के साथ संपूर्ण टीम को बधाइयां दी. कार्यक्रम का संचालन आरती लड्ढा तथा अतिथियों का परिचय धनश्री लड्ढा ने प्रस्तुत किया.