अमरावती

जरुरतमंदों को २३६० रुपए में मिलेंगी रेमडेसिवीर

कालाबाजारी पर लगेगी लगाम, सीएस का होगा नियंत्रण

  • एफडीए के पास जबाबदारी, जिले में एक केंद्र पर मिलेगी सुविधा

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२३ – महंगी दवाओं का अभाव रहने के चलते कोरोना संक्रमण की वजह से किसी की जान न जाये इस हेतु सरकार द्बारा लगातार आवश्यक उपाय किये जा रहे है. इसके तहत निजी अस्पतालों को अब केवल २ हजार ३६० रुपए में ‘रेमडेसिवीर-१०० मिली ग्राम‘ इंजेक्शन उपलब्ध करवाया जाएगा. इस आशय का आदेश स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव द्बारा जारी किया गया है. बता दें कि, अमरावती जिले में अगस्त व सितंबर माह के दौरान कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज हो गयी थी और रोजाना ३०० से ४०० मरीज पाये जाने के चलते इस इंजेक्शन की मांग बढने लगी थी और इसी इंजेक्शन की किल्लत भी पैदा हो गई थी. ऐसे में इसी इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए इसकी दो गुणा अधिक दरों पर विक्री भी हुई. उस दौरान अमरावती जिले में रोजाना औसत ४०० से ५०० वॉयल इंजे्नशन की आपूर्ति होने की जानकारी अन्न व औषधि प्रशासन के सहआयुक्त उदय खारोडे द्बारा दी गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि, जिले में सहुलियत की दरों वाले केंद्र के लिए पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है.

– १५७३२ कुल संक्रमित मरीज
– ठीक हो चुके १४३७१
– एक्टीव पॉजिटिव ४८४
– मृत्यु ३५५
– जिले में रोजाना औसत ४५ इंजेक्शन
– खुले बाजार में इंजे्नशन के दाम ५०००

  • यहां मिलेगा सस्ता रेमडेसिवील

डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति वैद्यकीय अस्पताल की पहली मंजिल के रुम नंबर १ में प्रधाानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र में यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इस आशय का आदेश राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्बारा विगत १४ अक्टूबर को जारी किया गया है. इसी एक स्थान पर समूचे जिले के जरुरतमंदों को सस्ती दरों पर रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा, ऐसी जानकारी सीएस डॉ. श्यामसुंदर निकम द्बारा दी गई है.

  • जल्द उपलब्ध होगी सुविधा

सरकार के निर्देशानुसार पीडीएमसी स्थित केंद्र के जरिये २ हजार ३६० रुपए में रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही इससे पहले इस बात की आवश्यक पडताल की जाएगी कि, मरीज को सही में इस इंजेक्शन की जरुरत है अथवा नहीं. जिसके लिए प्रिसक्रीप्शन की जांच की जाएगी. – डॉ. श्यामसुंदर निकम, जिला शल्यचिकित्सक

  • सहुलियत की दरों पर इंजेक्शन मिलने का नियम

निजी अस्पतालों से संंबंधित मरीज को इस इंजे्नशन की जरुरत रहने से संंबंधित पत्र और मरीज की हिस्ट्री को जिला शल्यचिकित्सक के पास भेजा जाएगा. जहां पर नियुक्त दो डॉक्टर इस प्रिसक्रिप्शन की जांच करेगे और मरीज को सही में इस इंजेक्शन की आवश्यकता रहने पर यह बात उसकी हिस्ट्री में दर्ज की जाएगी. जिसके बाद संबंधित डॉक्टर रिलीज फार्म भरेगे और यह फार्म पीडीएमसी स्थित प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र में भेजा जाएगा. जहां पर उस मरीज के लिए २ हजार ३६० रुपए की दर से यह इंजे्नशन उपलब्ध कराया जाएगा. ऐसे में इस प्रस्ताव के साथ संबंधित मरीज की केस हिस्ट्री रेमडेसिवीर से संबंधित प्रिसक्रिप्शन, मरीज की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट, आधार कार्ड, छायाचित्र रहने वाले प्रमाणपत्र की प्रतिलिपी और संबंधित अस्पताल की क्लिनिकल जानकारी आदि जोडना जरुरी रहेगा.

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