अमरावती

नया कृषि कानून किसानों को गुलाम बनाने वाला है

प्रोफे्रसर राजेंद्र सिंग (Rajendra Sing) का प्रतिपादन

अमरावती/दि.22 – नया कृषि कानून किसानों को गुलाम बनाने वाला है. यह कानून केवल गरीबों को ही नहीं बल्कि अमीरों को भी प्रभावित करने वाला है. इससे खेती करने वाले किसानों का आत्मसम्मान व आत्मगौरव तथा उनकी निर्भरता की कहानी भी इस कानून से समाप्त हो जाएगी, ऐसा प्रतिपादन भारत के जल पुरुष प्रोफ्रेसर राजेंद्र सिंग ने व्यक्त किया. वे श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में भूगोल विभाग द्बारा आयोजित व्याख्यान माला में सरकार की कृषि नीति और किसान आंदोलन इस विषय पर बोल रह थे.
श्री शिवाजी शिक्षण संस्था अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख की अध्यक्षता मेें झूम एप पर व्याख्यान का आयोजन किया गया था. व्याख्यान का यूट्यूब शिवाजी कॉलेज के चैनल से सीधा प्रसारण किया गया था. व्याख्यान में प्रो. राजेंद्र सिंग ने आगे कहा कि स्वतंत्रता के पश्चात इतना बडा षडयंत्रकारी कानून इसके पहले कभी तैयार नहीं किया गया. इस कानून से अनाज, फल, सब्जियां, दूध जमा करने की अनुमति कुछ ही कारर्पोरेट कंपनियों को दी जाएगी. जिसमें अगर अकाल पडा या फिर युद्ध हुआ तो व्यापारी अपने मनमाने तरीके से अनाज व जीवनावश्यक वस्तुओं की बिक्री करेंगे. मुट्ठी भर उद्योगपतियों के लिए बनाया गया यह कानून रद्द किया जाना चाहिए, ऐसा भी देश के जलपुरुष प्रो. राजेंद्र सिंग ने व्याख्यानमाला में कहा. व्याख्यानमाला का संचालन प्रा. शुभांगी देशमुख ने किया तथा प्रास्ताविक डॉ. वंदना देशमुख ने रखा व आभार डॉ. अस्मिता देशमुख ने माना.

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