प्रस्थापितों की तुलना में नये प्रत्याशी के वोट रहे अधिक
पप्पू पाटिल से वंचित के राहुल मेश्राम रहे आगे
* तुषार भारतीय को बसपा के रमेश नागदीवे ने पछाडा
अमरावती /दि.23- अमरावती जिले की आठ सीटों हेतु हुए विधानसभा चुनाव के लिए कुल 160 प्रत्याशी चुनावी अखाडे में थे. जिसमें से प्रमुख प्रतिस्पर्धी माने जाने वाले प्रत्याशियों के साथ-साथ छोटे दलों व निर्दलिय प्रत्याशी रहने वाले कुछ प्रस्थापित नेताओं ने भी अपनी-अपनी जीत को लेकर जबर्दस्त दावे किये थे. लेकिन ऐसे कुछ प्रस्थापित नेताओं के दावे आज उस समय हवा-हवाई साबित हो गये. जब ऐसे नेताओं को उनसे भी बेहद कम चर्चित रहने वाले प्रत्याशियों ने पछाडकर पीछे कर दिया और उनकी जमानत भी जब्त हो गई. ऐसे नेताओं में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से मनसे प्रत्याशी रहने वाले पप्पू पाटिल तथा बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रहने वाले भाजपा के बागी नेता तुषार भारतीय का नाम प्रमुख तौर पर लिया जा सकता है.
बता दें कि, अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से मनसे प्रत्याशी पप्पू पाटिल को 2545 वोट प्राप्त हुए है. जबकि पप्पू पाटिल ने अमरावती में मनसे प्रमुख राज ठाकरे की जनसभा कराने के साथ-साथ हाईटेक प्रचार भी किया था. वहीं पप्पू पाटिल की तुलना में बेहद कम चर्चित रहने वाले और जमीनी स्तर पर अपना प्रचार करने वाले वंचित बहुजन आघाडी के राहुल मेश्राम ने बिना किसी तामझाम के 3 हजार 48 वोट हासिल कर लिये. इसी तरह पहले एमआईएम व फिर मुस्लिम लीग की ओर से विधानसभा चुनाव हेतु प्रत्याशी बनते हुए अपनी जीत का जबर्दस्त दावा करने वाले हाजी इरफान मात्र 796 वोट ही हासिल कर पाये. जबकि प्रचार अभियान के दौरान ही अपनी दावेदारी को डॉ. सुनील देशमुख के समर्थन में पीछे लेने वाले डॉ. सैय्यद अबरार को 416 वोट मिले. जबकि इन दोनों प्रत्याशियों से ज्यादा यानि 656 वोट नोटा के पर्याय को मिले.
इसी तरह बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में अपनी जीत को लेकर जबर्दस्त दावा करते हुए अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत करने वाले निर्दलीय प्रत्याशी तुषार भारतीय भी चौथे स्थान पर रहते हुए बसपा प्रत्याशी रमेश नागदीवे से पिछड गये. बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी रमेश नागदीवे को 3 हजार 414 वोट मिले है. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी तुषार भारतीय केवल 3 हजार 242 वोट ही हासिल कर पाये.