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ठंड बढने पर एक बार फिर दिखाई दे सकता है असर
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२० -विगत अगस्त व सितंबर माह के दौरान अमरावती शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अकस्मात जबर्दस्त इजाफा हुआ था. वहीं अक्तूबर माह के प्रारंभ में अचानक ही संक्रमितों की संख्या घटनी शुरू हुई. जिसकी वजह से यह लगने लगा कि, शायद अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार सुस्त हो गयी है और इस संक्रमण की चेन काफी हद तक टूट गयी है. किंतु हकीकत में ऐसा नहीें है, बल्कि यह मौसम में हुए बदलाव की वजह से होनेवाली स्वाभाविक और तात्कालीक प्रक्रिया है तथा जैसे ही ठंड का मौसम शुरू होगा, वैसे ही एक बार फिर यह संक्रमण दुबारा रफ्तार पकड सकता है. इस आशय का अंदेशा इस बीमारी के खिलाफ विगत लंबे समय से जंग लड रहे स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त किया गया है.
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बारिश की तरह ठंड साबित हो सकती है खतरनाक
विगत सात-आठ माह से कोरोना के खिलाफ एकदम फ्रंटलाईन जंग लड रहे कोविड हॉस्पिटल के इंचार्ज डॉ. रवि भूषण के मुताबिक बारिश के मौसम में कई तरह की संक्रामक बीमारिया फैलती है. चिकनगुनिया और डेंग्यू को इसका उदाहरण माना जा सकता है. उसी तरह इस बार कोरोना की बीमारी फैली. बारिश के मौसम में संक्रामक बीमारियों का फैलाव अधिक रहने की वजह से टेस्टिंग की संख्या बढी व बडे पैमाने पर पॉजीटिव पाये गये. लेकिन इस समय मौसम में काफी हद तक बदलाव आया है और संक्रामक बीमारियों का प्रमाण घटने की वजह से टेस्टिंग की संख्या भी घट गयी है. ऐसे में पहले की तुलना में अब पॉजीटिव मरीज कम पाये जा रहे है. लेकिन आनेवाले समय में नवंबर व दिसंबर माह के आसपास कडाके की ठंड पड सकती है और उस समय कोरोना केसेस बढने का अंदेशा हो सकता है. वैसे भी जारी माह के अंत और अगले माह के मध्य में दशहरा व दीपावली जैसे पर्व पड रहे है. जिनमें लोगोें का आपसी मेलजोल काफी अधिक बढ जाता है. इसकी वजह से भी संक्रमण फैलने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता. अत: सभी को सतर्क रहना बेहद जरूरी है.
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संक्रमण घटा, पर सतर्क रहना जरूरी
वहीं जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम के मुताबिक इस समय कोविड संक्रमण का पहला पिक टाईम लगभग बीत चुका है और अब काफी हद तक संक्रमण का प्रमाण घटा है. साथ ही यह स्थिति उस समय है, जब शहर सहित जिले में हर ओर भीडभाड काफी हद तक पहले जैसी हो गयी है. ऐसे में इस बात की उम्मीद काफी कम है कि, दोबारा कोविड-19 की लहर लौटेंगी, लेकिन फिर भी सभी को सतर्क रहना ही होगा. क्योंकि अब तक खतरा तो टला नहीं है.
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ठंड में आ सकती है दूसरी लहर
शहर के ख्यातनाम चिकित्सक डॉ. विजय बख्तार के मुताबिक इस समय यद्यपि संक्रमण और संक्रमितों के प्रमाण व संख्या में कमी देखी जा रही है, लेकिन यह भी तय है कि, ठंड के मौसम में यह बीमारी एक बार फिर रफ्तार पकड सकती है. क्योेंकि इस समय ठंडा मौसम रहनेवाले कई पश्चिमी देशों में इस बीमारी की सेंकड वेव शुरू हो गयी है. और फ्रान्स जैसे देश में दुबारा लॉकडाउन लगाना पडा है. अत: फिलहाल किसी ने भी इसे हलके में नहीं लेना चाहिए और पूरी तरह से सतर्क रहना चाहिए.
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खतरा अभी टला नहीं, पूरी तरह सतर्क रहे
इस विषय को लेकर जिलाधीश शैलेश नवाल ने कहा कि, इस समय अमरावती जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम हुई है, लेकिन संक्रमण अब तक खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में सभी लोगों ने सतर्क व सजग रहना जरूरी है, ताकि दुबारा संक्रमण ना फैले. इस हेतु जिन लोगों में कोरोना सदृश्य लक्षण दिखाई दे रहे है, वे तत्काल अपनी जांच करवाये. यदि संक्रमण के शुरूआती दौर में ही इसका निदान हो गया, तो बीमारी पर सहज मात की जा सकती है. वहीं लक्षण रहने के बावजूद जानकारी छिपाने से काफी खतरा व नुकसान हो सकता है.
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अभी ढिलाई न बरतें नागरिक, सतर्क रहे
निगमायुक्त प्रशांत रोडे के मुताबिक इस समय कोरोना संदेहितों और हाईरिस्कवाले मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आयी है. जिसका सिधा मतलब है कि, कोरोना की संक्रामक बीमारी का प्रमाण घट गया है. लेकिन अभी इस बीमारी का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और हमारे बीच कई एसिम्टोमैटिक मरीज मौजूद है. अत: सभी ने मास्क और सोशल डिस्टंसिंग के साथ ही सैनिटाईजेशन के नियमों को लेकर सतर्क व सजग रहना चाहिए, ताकि यह बीमारी दुबारा रफ्तार न पकड सके.