अमरावती

जिले में और तेज होगी पुलिस की रात्रकालिन पेट्रोलिंग

पुलिस को दिया क्युआर कोड

  • पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल का नया उपक्रम

अमरावती/दि.20 – रात के समय पेट्रोलिंग के वक्त पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों का अचूक लोकेशन मिलने व प्रमाणिकता के साथ काम होने के लिए पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल ने नई प्रणाली अमल में लायी है. जिले के हर अधिकारी व कर्मचारियों को क्युआर कार्ड दिये गए है. जिले के महत्वपूर्ण 500 जगहों पर बारकोड लगाया गया है. पेट्रोलिंग पर कर्मचारी बारकोड मोबाइल पर स्कैन करते ही लोकेशन, बकल नंबर, नाम वरिष्ठ अधिकारियों को प्राप्त होगा. यह प्रणाली जिले में नई शुरु की गई है. जिसके कारण जिले में रात्रकालिन पेट्रोलिंग तेजी से की जा रही है.
जिले में 31 पुलिस थाने में रात में चोरी, डकैती, लूटपाट जैसी घटनाएं सामने आ रही है. इसलिए रात के वक्त पेट्रोलिंग कर्मचारी सही ढंग से करते है या नहीं, ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जाता है. इस संदेह को खत्म करने के लिए जिला पुलिस अधिक्षक अविनाश बारगल ने जिले में क्यूआर कोड प्रणाली शुरु की है. हर पुलिस थाना क्षेत्र के महत्वपूर्ण पाँईंट की सूची तैयार की गई है. जिसमें संवेदनशील चौक, एटीएम, हर पुलिस थाने की सरहद, सरकारी कार्यालय, अस्पताल, छात्रावास ऐसे महत्वपूर्ण जगहों पर बार कोड लगाए गए है. हर पुलिस थाने के अधिकारी व कर्मचारी के मोबाइल नंबर की सूची तैयार कर सभी को अलग-अलग क्यूआर कोड दिये गए है. रात के समय पुलिस थाने के कर्मचारी या अधिकारी पेट्रोलिंग करते है, तो उन्हें पुलिस थाने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण जगह पर जाकर बार कोड मोबाइल पर स्कैन करते ही संबंधित अधिकारी का नाम, बकल नंबर, लोकेशन और वक्त, थानेदार, उपविभागीय पुलिस अधिकारी, अपर पुलिस अधिक्षक और पुलिस अधिक्षक को मैसेज पहुंचेगा.रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग नहीं करते, ऐसा आरोप कई लोगों पर लगाया जाता है. परंतु इस प्रणाली के कारण अब कडाई के साथ पेट्रोलिंग की जा रही है. इसी तरह रात के समय कोई घटना होती है तो पुलिस का दल तत्काल पहुंच पायेगा.

रायबर सेल से नियंत्रण

जिले के 31 पुलिस थाना क्षेत्र के महत्वपूर्ण स्थानों पर बारकोड लगाया गया है. जिसके कारण कुछ पुलिस थाना क्षेत्र में 20 से 25 और कुछ पुलिस थाना क्षेत्र में करीब 50 बारकोड लगाए गए है. पेट्रोलिंग पर रहने वाले कर्मचारियों को उन सभी स्थानों पर रात के समय जाकर अपना मोबाइल स्कैन करना जरुरी है.

बारकोड को जीपीएस प्रणाली

पेट्रोलिंग पर रहने वाले कर्मचारी बारकोड की झेरॉक्स निकालकर घर से ही मोबाइल स्कैन कर पेेट्रोलिग पर होने का दर्शा शकते है. उसके कारण बारकोड को जीपीएस प्रणाली लगाई गई है, जिससे वैसा संभव नहीं ही. संबंधित कर्मचारियों को उस स्थान पर जाकर ही बारकोड स्कैन करना पडेगा. इसके बाद ही उसका लोकेशन व सभी जानकारी अधिकारी को प्राप्त होगी. बारकोड किसी ने चुरा लिया तो केवल 30 रुपये में वह मिलता है, इसके कारण कोई फर्क नहीं पडेगा.

70 प्रतिशत कर्मचारियों को प्रशिक्षण

जिले में नई शुरु की गई प्रणाली के बारे में अब तक 70 प्रतिशत कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. अब कर्मचारी कडाई के साथ रात के समय पेट्रोलिंग कर रहे है. कर्मचारी या अधिकारी का तबादला होने पर उनकी जगह पर आये कर्मचारी या अधिकारी का मोबाइल नंबर एड कर उन्हें क्यूआर कोड दिया जाएगा, जिसके कारण यह अभियान आगे भी सुचारु रहेगा.

रात्रकालिन पेट्रोलिंग ढंग से हो यहीं उद्देश्य

इससे पहले रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग पर रहते वक्त महत्वपूर्ण स्थानों पर दर्ज करने के लिए रजिस्टर रखे जाते थे. जब नाइट राउंड के अधिकारी संबंधित जगह पर रात के समय जांच करने के लिए जाते तब उन्हें रजिस्टर में दर्ज करना पडता था. परंतु अब बारकोड आ गया है. जिले के महत्वपूर्ण 500 जगहों पर बारकोड लगाया गया है. सभी को क्यूआर कोड दिया गया. रात के समय होने वाली पेट्रोलिंग सही ढंग से हो यहीं इसके पीछे का उद्देश्य है.
– अविनाश बारगल, पुलिस अधिक्षक अमरावती

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