पश्चिम विदर्भ के किसानों पर लगातार कस रहा साहूकारी का फंदा
93 हजार किसानों ने साहूकारों से लिया 123 करोड का कर्ज
अमरावती/दि.13 – किसानों को निजी साहूकारों के दरवाजे पर कर्ज हेतु न जाना पडे, इसके लिए आवश्यक नीतियां बनाने का दावा अक्सर ही सरकार द्वारा किया जाता है. वहीं दूसरी ओर पश्चिम विदर्भ कहे जाते अमरावती संभाग में बैंकों द्वारा कर्ज देने में बाधा पहुंचाने के साथ ही आना-कानी किये जाने के चलते अमरावती, अकोला, बुलढाणा, वाशिम व यवतमाल जिलों के 93 हजार किसानों ने निजी साहूकारों से 123 करोड रुपयों का कर्ज लिया है. इस आंकडे को देखते हुए कहा जा सकता है कि, किसान आत्महत्याग्रस्त अमरावती संभाग में सरकार की ओर से किया जाने वाला दावा पूरी तरह से हवा-हवाई नजर आता है.
बता दें कि, खरीफ सीजन का प्रारंभ होते ही किसानों द्वारा बैंकों के पास खाद व बिज की खरीदी हेतु पैसों का इंतजाम करने के लिए कर्ज का आवेदन किया जाता है. परंतु कई बार बुआई का समय सिर पर आ जाने के बाद भी बैंकों की ओर से किसानों को कर्ज उपलब्ध नहीं हो पाता. वहीं दूसरी ओर बिगर खेती कर्ज की रकम बेहद कम रहने के चलते किसानों द्वारा साहूकारों से कर्ज लेने का पर्याय चुना जाता है. इस वर्ष अमरावती जिले के 32,267 किसानों ने 51 करोड 26 लाख 69 हजार रुपए, अकोला जिले के 41,747 किसानों ने 50 करोड 53 लाख 51 हजार रुपए, वाशिम जिले के 3,809 किसानों ने 10 करोड 19 लाख 5 हजार रुपए, बुलढाणा जिले के 11,846 किसानों ने 6 करोड 60 लाख 25 हजार रुपए, यवतमाल जिले के 3,436 किसानों ने 4 करोड 24 लाख 66 हजार रुपए का बिगर कृषि कर्ज लिया है. वहीं कृषि कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या अमरावती संभाग में केवल 33 है. जिनमें वाशिम के 15 किसानों ने 6 लाख 53 हजार रुपए, बुलढाणा के 2 किसानों ने 2 लाख 20 हजार रुपए व यवतमाल के 16 किसानों ने 8 लाख 34 हजार रुपयों का कृषि कर्ज लिया है. इसके अलावा अमरावती व अकोला जिलों में एक भी किसान ने कृषि कर्ज नहीं लिया है.
* संभाग में साहूकारों की जिला निहाय संख्या
अमरावती 635
अकोला 201
यवतमाल 105
बुलढाणा 90
वाशिम 32
कुल 1,063