बाघ की शिकार के मामले में आरोपियों की संख्या बढी
कुल 6 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
* चार आरोपियों को कल तक पीसीआर
* कुल्हाडी से काटे थे नाखून, रिपोर्ट का इंतजार
परतवाडा/अमरावती/दि.3-मेलघाट वन विभाग के पांढरा खडक सर्कल में बाघ की शिकार का मामला प्रकाश में आया था. शिकार के मामले में सोमवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. शिकार के मामले में आरोपियों की संख्या 6 से अधिक हो गई है. दौरान इसके पहले गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को अदालत में पेश करने पर उन्हें 4 दिसंबर तक पीसीआर दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बाघ के कई नाखून गायब होकर पंजे कुल्हाडी से काटकर ले गए है. इस प्रकरण में दो कुल्हाडी जब्त की गई है. बाघ की शिकार का मुख्य आरोपी कौन है, इसकी तलाश वन अधिकारी कर रहे है.
26 नवंबर को मेलघाट प्रादेशिक वनविभाग, परतवाडा अंतर्गत अंजनगांव वनपरिक्षेत्र के कर्मचारी नियमित वनक्षेत्र गश्त लगा रहे थे, तब उनहें शाम के समय वनखंड क्र.1032, वस्तापुर नियतक्षेत्र, पांढराखडक सर्कल, अंजनगांव वनपरिक्षेत्र में नर बाघ मृत अवस्था में दिखाई दिया था. इस बाघ की शिकार होने की बात स्पष्ट होने से गोपनीय जानकारी के आधार पर अकोला जिले के अकोट तहसील के बल्लारखेड से पहले चार और सोमवार को दो ऐसे 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से बाघ के 4 नाखून जब्त किए गए. शेष नाखून की खोज करने के लिए आरोपियों से कडी पूछताछ की जा रही है. आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव अधिनियम 1972 की धारा 9, 44, 39, 48, (अ), 49 9(ब) के तहत मामला दर्ज किया गया. घटना की आगे की जांच उपवनसंरक्षक अग्रिम सैनी, परिवीक्षाधीन उपवनसंरक्षक सुहास चव्हाण, आरएफओ पवन बावणे व कर्मचारी कर रहे है.
* रिपोर्ट का इंतजार
बाघ के चार पंजे में से एक पंजा घटनास्थल पर वनअधिकारियों को मिला. तीन पंजे गायब होकर इनमें से चार नाखून जब्त किए गए. कई नाखून अभी भी गायब है. घटनास्थल से दो कुल्हाडी जब्त की गई है. बाघ की शिकार कैसे हुई, इसकी जानकारी अब तक प्राप्त नहीं हुई है. नागपुर, अमरावती की लैब सहित आवश्यकता अनुसार हैदराबाद में भी सैम्पल भेजे जाएंगे. इसके बाद ही बाघ की शिकार का कारण स्पष्ट होगा.
* मुख्य आरोपी कौन?
बाघ की शिकार करने के लिए मुख्य आरोपी कौन, किसने पैसा दिया? यह सवाल सामने है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहरीली दवा देकर बाघ शिकार नहीं की गई, यह प्राथमिक जानकारी है. इसलिए नर बाघ की शिकार किस तरह की गई, इसकी जानकारी आरोपियों से कडी पूछताछ में सामने आएगी. इन आरोपियों का कनेक्शन कहां तक है, यह भी अभी स्पष्ट नहीं हुआ है.