दुनिया का एकमात्र खेल जो करता है बुद्धि को तेज
फिडे रेटींग राज्य स्तरीय स्पर्धा का श्रीगणेश
* अनिल अग्रवाल का प्रतिपादन
अमरावती/दि.29 – शतरंज न केवल एक पुराना खेल है अपितु बुद्धि के विकास और उसकी क्षमता को बढाने वाला खेल है. दुनिया का एकमात्र खेल है. जिससे बुद्धि तेज होती है. इसलिए प्रत्येक को अपने जीवन में शतरंज की बाजी का अनुभव अवश्य लेना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल ने किया. वे सिपना अभियांत्रिकी महाविद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय अंडर 15 फिडे रेटींग शतरंज स्पर्धा का उद्घाटन कर रहे थे. सिपना संस्था के अध्यक्ष जगदीश गुप्ता, एड. प्रशांत देशपांडे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, आयोजन समिति के दिनेश खापर्डे, राहुल कलोती, स्पर्धा संचालक निनाद सराफ, फिडे आरबीटर प्रवीण ठाकरे प्रमुखता से उपस्थित थे. उल्लेखनीय है कि, पूरे प्रदेश से अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानांकित खिलाडी इस स्पर्धा हेतु पधारे हैं.
* शतरंज खेलना चाहिए- गुप्ता
कार्यक्रम के अध्यक्ष जगदीश गुप्ता ने आयोजन के लिए सराहना की और कहा कि, शतरंज अवश्य खेलना चाहिए. इससे बौद्धिक विकास होता है. उसी प्रकार शतरंज खेल का अनुभव जीवन में भी अनेक अवसरों पर काम आता है. दिमाग को तेज बनाने वाला खेल है. अमरावती चेस एसो. के अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे और विलास इंगोले के समयानुकूल संबोधन हुए.
* कल पुरस्कार वितरण
3 दिवसीय शतरंज प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण के साथ समापन कल रविवार 30 अक्तूबर को दोपहर 4 बजे होगा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और अमरावती जिले के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित रहेंगे. उल्लेखनीय है कि, शतरंज एसो. के राज्यस्तर के प्रशासनीक अधिकारी प्रवीण ठाकरे, अभय जाधव, अविनाश जाधव आदि भी पधारे हैं.