35 शिक्षकों के निलंबन का आदेश अतार्किक व अन्यायकारक

प्राथमिक शिक्षक समिति ने शालेय शिक्षामंत्री, सचिव व आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

अमरावती/दि.14 – जिला परिषद की प्राथमिक शालाओं में पटसंख्या 10 से कम रहने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदार मानकर बुलढाणा जिले की 20 शालाओं के 35 शिक्षकों को निलंबित करने का आदेश बुलढाणा जिप के सीईओ द्वारा जारी किया गया है. जो पूरी तरह से अव्यवहारिक, अतार्किक, अनाकलनीय व अन्यायकारक है. जिसे तत्काल रद्द किया जाना चाहिए, इस आशय की मांग का ज्ञापन महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति द्वारा राज्य के शालेय शिक्षामंत्री दादाजी भुसे, ग्रामविकास मंत्री जयकुमार गोरे, शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. पंकज भोयर, ग्रामविकास राज्यमंत्री योगेश कदम, शालेय प्रधान सचिव रणजीतसिंह देओल, ग्रामविकास प्रधान सचिव एकनाथ डवले, शिक्षा आयुक्त सचिंद्र प्रतापसिंह, अमरावती के संभागीय आयुक्त श्वेता सिंघल सहित बुलढाणा जिप के सीईओ व प्राथमिक शिक्षाधिकारी को सौंपा गया है.
प्राथमिक शिक्षक समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय कोंबे, प्रदेश महासचिव राजन पोरगांवकर ने इस ज्ञापन में कहा कि, केवल बुलढाणा जिले में ही नहीं बल्कि राज्य की कई जिप शालाओं की पटसंख्या 10 से कम है. जिसके लिए शिक्षकों को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता. क्योंकि अब एक-एक किलोमीटर की दूरी पर सरकारी व निजी शालाओं की सुविधा उपलब्ध हो गई है और अभिभावक अपनी सुविधा के अनुसार अपने बच्चों का शालाओं में प्रवेश कराते है. ऐसे में कम पटसंख्या के लिए शिक्षकों का निलंबन समझ से परे है.

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