लक्ष्मीनारायण संस्थान की पालकी पंढरपुर के रवाना
160 वर्षों की परंपरा

* धार्मिक अनुष्ठान, भजनों की गूंज के बीच निकली दिंडी
* अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे एवं विश्वस्त के हाथों पूजन
अमरावती/दि.16-राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा का प्रतीक माने जाने वाले संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी समारोह (पालकी यात्रा) के अंतर्गत रथ के पीछे 14वां स्थान प्राप्त करने वाले लक्ष्मीनारायण संस्थान की हर साल निकलने वाली दिंडी शनिवार को पंढरपुर के लिए रवाना हुई. इस अवसर पर 160 साल की परंपरा का पालन करते हुए इस दिंडी एवं पालकी का विधिविधान से संस्थान के अध्यक्ष एड. प्रशांत देशपांडे व विश्वस्त के हाथों पूजन कर धार्मिक अनुष्ठान व भजनों के साथ यह दिंडी नगर भ्रमण के लिए निकाली गई.
स्थानीय भाजीबाजार स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर में शनिवार को पालकी यात्रा की शुरुआत ह.भ.प. पद्माकर महाराज देशमुख के प्रवचन से की गई, उन्होंने इस मंदिर की महिमा के साथ भगवान के नामस्मरण से किस प्रकार हमें लाभ मिलता है, इसका गुणगान किया. शनिवार की शाम 5.45 बजे एड. प्रशांत देशपांडे, उपाध्यक्ष पूर्व महापौर विलास इंगोले, सचिव कौस्तुभ लवाटे, सहसचिव माधव पांडे, कोषाध्यक्ष एड, राजेंद्र पांडे, विश्वस्त एड. रोहित कलोती तथा अन्य पदाधिकारियों ने उपस्थिति दर्ज कर विधिविधान से पूजा अर्चना की. मंदिर के पुजारी तथा पंडित राहुल वाठोडकर द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ विधि पूर्ण करवाई गई. पश्चात अपने सिर पर पोथी धारण कर पीछे पालकी लेकर सेवाधारी मार्गक्रमण करते हुए मंदिर के बाहर निकले. यहां संकटमोचन हनुमान का भी पूजन किया गया. पश्चात यह पालकी मंदिर की प्रदक्षिणा लगाते हुए मार्गक्रमण कर आगे बढ़ी.
* विविध मार्गों से भ्रमण
यह दिंडी विभिन्न मार्गों जैसे बजरंग चौक, नीलकंठ चौक, आजाद हिंद मंडल, अंबागेट, गांधी चौक, राजकमल चौक, राजापेठ से गुजरी यहां ह.भ.प. पद्माकर महाराज देशमुख के चिमोटे लेआऊट स्थित निवास पर दिंडी एवं पालकी का विश्राम रहा. मंदिर से प्रस्थान के बाद सबसे पहलेव्यास के निवास स्थान पर पालकी में स्थित पादुका का पूजन किया गया.
* इनकी रही उपस्थिति
पालकी व दिंडी यात्रा में पूर्व सांसद अनंत गुढे, सुश्री मंगलाश्री, प्रमोद इंगोले, राजू भेले, गजानन राजगुरे, प्रा. संजय शिरभाते, अनिकेत इंगले, सुधीर कपिले, सुरेश रतावा, गजानन सावरकर, दिलीप सावरकर, धीरज बिजवे, सचिन कांबले, चंद्रकांत खडेकार, सचिन पांडे, शरद गढीकर, दीपक अग्रवाल, माधव पांडे, शुभांगी गुल्हाने, मधुर्गे पाटे, कुंदा अनासने, रानी इगाले, रेखा काठोडे, वर्षा चौधरकर, पूर्व पार्षद सुनीता भेले, प्रगति राजगुरे, श्याम कुचे, वनिता बिजवे, प्रकाश मामर्डे, रजनी सोनेकर, पांडे, सुषमा खडेकार, मालती बिजवे, अतुल सोनेकर, डॉ. गिरीश बनसोड, वैशाली सोनेकर, बबलू देशमुख, संगीता टवाणी के साथ अन्य बडी संख्या में उपस्थित थे.