अमरावती/दि.28– राज्य के जिला परिषद अंतर्गत कार्यरत कक्षा 6 से 8 के गणित व विज्ञान स्नातक पद की पदोन्नत प्रक्रिया शिक्षण संचालक द्वारा ली गई मौखिक सूचना पर स्थगित रखी गई थी. प्रहार शिक्षक संगठना के राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे ने इस बाबत शिक्षण विभाग के सचिव रणजीतसिंह देओल व शिक्षण उपसचिव तुषार महाजन को अवगत कर इस प्रकरण में टीईटी शर्त रखना यह अन्यायकारक रहने की बात प्रकाश में ला दी थी. इस मांग को गंभीरता से लेते हुए आखिरकार स्नातक पदोन्नत के लिए रखी गई शर्त हटाने से शिक्षकों के पदोन्नति का मार्ग आसान हो गया है.
स्नातक पदोन्नति के लिए टीईटी यह शर्त अन्यायकारक रहने की बात प्रहार की तरफ से प्रकाश में लाने के बाद तत्काल पदोन्नति संदर्भ की प्रक्रिया चालू करने का आश्वासन शिक्षण सचिव ने संगठना को दिया था. इस बाबत शिक्षा विभाग के कक्ष अधिकारी को लिखित आदेश निकालने की सूचना दी थी. जिसके मुताबिक शिक्षा विभाग के कक्ष अधिकारी डी. सी. शिंदे ने प्राथमिक शिक्षण संचालक को 25 अक्तूबर 2023 को एक पत्र के जरिए प्रशिक्षित स्नातक वेतोन्नती लिए जाने वाले शिक्षकों की नियुक्ति 13 फरवरी 2013 के पूर्व की रही, तो यह पदोन्नति देते समय शिक्षक पात्रता परीक्षा की शर्त शिथिल करने बाबत सूचित किया है. लेकिन ऐसे शिक्षकों को पदोन्नति देते समय राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा उस पद के लिए विहित की गई शैक्षणिक व व्यावसायिक अहर्ता पूर्ण करी होना अनिवार्य है, ऐसा कहा है. आखिरकार अब पदोन्नति प्रक्रिया की पेचिदा शर्त हटाने से पदोन्नति प्रक्रिया का मार्ग आसान हुआ है. जल्द ही जिला परिषद स्तर पर गणित व विज्ञान स्नातक पद के पदोन्नति की शुरुआत होगी. 2013 के पूर्व लगे शिक्षकों को अब पदोन्नति के लिए टीईटी की शर्त नहीं रहेगी. प्रहार शिक्षक संगठना के शासनस्तर पर सफल प्रयासों से यह संभव हुआ है. शिक्षकों ने इस बाबत समाधान व्यक्त किया है.