अमरावती प्रतिनिधि/दि.30 – विगत दो माह से दिल्ली में शांतिपूर्वक ढंग से चल रहे आंदोलन ने विगत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर सरकारी गल्तियों की वजह से हिंसक रूप ले लिया था. साथ ही अब यह भी स्पष्ट हो गया है कि, यह हिंसा सरकार द्वारा आंदोलन में घुसाये गये बाहरी तत्वों की वजह से हुई थी. जिसकी वजह से गणतंत्र दिवस कलंकित होने के साथ ही समूचे देश में जबर्दस्त रोष व असंतोष की लहर व्याप्त है. इस बात के मद्देनजर किसान आजादी आंदोलन द्वारा अपने सभी सहयोगी व समविचारी संगठनो के साथ 30 जनवरी को महात्मा गांधी पुण्यतिथि के अवसर पर सुबह 11 से शाम 4 बजे तक जिलाधीश कार्यालय के समक्ष धरना कार्यक्रम आयोजीत किया गया.
इस समय दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा की गई बर्बरता का निषेध भी किया गया और कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए मांग की गई कि, इन कृषि कानूनो को जल्द से जल्द वापिस लिया जाये. इस धरना आंदोलन में किसान आजादी आंदोलन के समन्वयक आर. ए. भाकरे सहित विभिन्न पदाधिकारी एवं संगठनो के प्रतिनिधि उपस्थित थे.