घाटलाडकी के आसमान पर दो घंटे मंडराता रहा विमान
राज्य सरकार ने जलस्त्रोतों का किया हवाई सर्वेक्षण

* नदी जोड प्रकल्प के लिए हलचले तेज
अमरावती /दि.20– जिले की चांदुर बाजार तहसील में सतपुडा पर्वत श्रृंखला की तलहटी में बसे घाटलाडकी व बेलमंडली सहित आसपास के गांवों में कल सोमवार 19 मई को सुबह 7 बजे से 9 बजे तक एक विमान आसमान में लगातार मंडराता दिखाई दिया. खास बात यह थी कि, यह विमान जमीन से बेहद कम उंचाई पर उड रहा था. जिसके चलते गांववासियों में किसी अनिष्ट की आशंका पैदा हो गई तथा तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरु हो गई. जिसके बाद गांववासियों ने इसक जानकारी तहसील एवं जिला प्रशासन को दी. तो प्रशासन की ओर से बताया गया कि, परिसर में स्थित जलस्त्रोतों का सर्वे करते हुए उनका छायाचित्र लेने हेतु यह विमान हवा में चक्कर काट रहा है. इस जानकारी के सामने आते ही नागरिकों ने राहत की सांस ली.
ज्ञात रहे कि, करीब 8-10 दिन पहले देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में पडोसी देश द्वारा हवाई हमले किए गए. जिसके बाद युद्धबंदी होने की घोषणा भी की गई. परंतु इसके बावजूद सर्वसामान्य नागरिकों के मन में हवाई हमले को लेकर अंजाना डर है. वहीं दो पहले ही ग्रामीण पुलिस ने जिले में ड्रोन अथवा तत्सम साधनों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था. ऐसा रहने के बावजूद घाटलाडकी व आसपास के गांवों के आसमान में सोमवार सुबह 7 बजे से एक विमान बेहद कम उंचाई पर बार-बार मंडराता दिखाई दे रहा था. जिसे देखकर गांववासियों में अंजाना भय व्याप्त हो गया और उन्होंने इसकी जानकारी जिला प्रशासन व पुलिस विभाग को दी. खास बात यह थी कि, शुरुआती दौर में प्रशासन व पुलिस के पास भी इस विमान से संबंधित कोई जानकारी नहीं थी. परंतु कुछ समय बाद पता चला कि, राज्य सरकार जमीन पर रहनेवाले जलस्त्रोतों का सर्वेक्षण करा रही है और यह काम एक एजेंसी को दिया गया है. उसी एजेंसी द्वारा विमान के जरिए जलस्त्रोतों का हवाई सर्वेक्षण किया जा रहा है.
* यह सरकारी सर्वे था, घबराने की जरुरत नहीं
राज्य सरकार की ओर से जलस्त्रोतों के सर्वेक्षण का काम शुरु किया गया है. जलस्त्रोतों के छायाचित्र लेने हेतु संबंधित एजेंसी का विमान बेहद कम उंचाई पर घाटलाडकी व परिसर के आसमान में मंडरा रहा था. इस विमान ने अकोला विमानतल से उडान भरी थी. अत: नागरिकों ने इसे लेकर घबराना नहीं चाहिए और अफवाहों पर भरोसा नहीं रखना चाहिए.
– अनिल भटकर
निवासी उपजिलाधीश
* पहले नागरिक डर गए थे, फीर असल जानकारी मिली
सोमवार की सुबह 7 बजे के आसपास से ही गांव के उपर एक विमान के मंडराने की बात ध्यान में आई और सुबह 9 बजे तक इस विमान ने 8 से 10 चक्कर लगा लिए थे और यह चारगड बांध से खेड परिसर के बीच ही लगातार चक्कर काट रहा था. जिसे देखकर गांववासी थोडा डर गए थे. क्योंकि उस समय जिला प्रशासन के पास भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. पश्चात जानकारी मिली कि, यह राज्य सरकार की ओर कराया जा रहा सर्वे है. तब सभी ने राहत की सांस ली.
– रोशन जयसिंगपुरे
ग्रापं सदस्य, घाटलाडकी
* छायाचित्र लेने हेतु विमान की उंचाई थी कम
गांववासियों के मुताबिक वह विमान जमीन से 500 मीटर या उससे भी कम उंचाई पर उडान भर रहा था. जिसे खुली आंखों से साफ तौर पर देखा जा सकता था. इसके बाद पता चला कि, उक्त विमान से जलस्त्रोतों के छायाचित्र लिए जा रहे थे. जिसके चलते विमान बेहद कम उंचाई पर उड रहा था. ताकि छायाचित्र स्पष्ट आ सके. इस बीच यह जानकारी भी सामने आई कि, वैनगंगा से नलगंगा नदी जोड प्रकल्प का काम शुरु करने की हलचले सरकार द्वारा शुरु कर दी गई है और उस प्रकल्प के लिए ही यह सर्वे करवाया गया.
* कई लोगों ने अपने मोबाइल कैमरों में कैद किया विमान को
घाटलाडकी गांव सहित आसपास के परिसर के आसमान में लगातार मंडरा रहे विमान को कई लोगों ने कौतुहल के साथ देखा. साथ ही कई लोगों ने बेहद कम उंचाई पर उड रहे इस विमान के फोटो व वीडियो भी अपने-अपने मोबाइल कैमरों में कैद किए. जिसे लेकर मानों इस परिसर में अच्छी खास होड मची हुई थी.