अमरावती

‘पूर्णविराम’ नाटक ने अभिनव विषय किया प्रस्तुत

62वीं महाराष्ट्र राज्य नाट्य स्पर्धा में अमरावती केंद्र की प्राथमिक फेरी

अमरावती/दि.25– 62वीं महाराष्ट्र राज्य नाट्य स्पर्धा में अमरावती केंद्र की प्राथमिक फेरी में इरफान मुजावर लिखित और हर्षद ससाने दिग्दर्शित ‘पूर्णविराम’ नाटक प्रस्तुत किया गया. इस नाटिका को दर्शकों का भारी प्रतिसाद मिला. सांस्कृतिक कार्यमंत्री सुधीर मुनगंटीवार और संचालक सांस्कृतिक कार्य विभिषण चावरे के मार्गदर्शन में स्पर्धा की यह प्राथमिक फेरी संपूर्ण महाराष्ट्र में शुरु है.

एक विख्यात कलाकार मनोहर, उसकी पत्नी अनीता और उसकी प्रेमिका माधवी के बीच इस नाटिका की कथा है. कैंसर जैसे रोग की चपेट में आया मनोहर यह डॉक्टर की कोई भी सलाह न सुनते हुए अपना व्यसन उसी तरह शुरु रखता है और पहला अंक समाप्त होते ही वह भी खत्म हो जाता है. विश्व के सर्वाधिक पेचीदा विषय यानि रिश्ता और उसी विषय की प्रस्तुति इस नाटिका में है. अनेक लेखक-अभ्यासक, मानस शास्त्रज्ञो ने रिश्ते की डोर और दूरियां दिखाने का प्रयास किया रहा तो भी यह अकल्पनीय विषय है. स्पर्धा जैसे-जैसे आगे बढ रही है वैसे दर्शकों की मौजूदगी भी बढ रही है. पूर्णविराम नाटिका की निर्मिती अथ इति नाट्यकला प्रतिष्ठान अमरावती की है. दिग्दर्शन और मनोहर की भूमिका हर्षद ससाने ने संभाली. मनोहर की पत्नी की भूमिका वैष्णवी राजगुरे ने तथा प्रेमिका की भूमिका में आर्या वानखडे थी. ब्रदर/लकी की भूमिका में विष्णु आवंडे तथा नर्स की भूमिका में प्रियंका तायडे ने अभिनय किया. तकनीकी भूमिका निकष देशमुख ने तथा संगीत का कामकाज तेजस लहाने ने, रंगभूषा अभिजीत देशमुख ने और प्रकाश योजना का काम दीपक नांदगावकर ने संभाला. शनिवार 25 नवंबर को व्यंकटेश माडगुलकर लिखित और दीपक नांदगावकर दिग्दर्शित ‘सती’ नाटक संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में शाम 7 बजे प्रस्तुत होगा. श्रोताओं को उपस्थित रहने का आहवान स्पर्धा समन्वयक एड. चंद्रशेखर डोरले और सहसमन्वयक श्रद्धा पाटेकर व विशाल फाटे ने किया है.

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