अमरावतीमहाराष्ट्र

पांचवी और आठवीं कक्षा के छात्रों को सीधे उत्तीर्ण की नीति हुई रद्द

अनुत्तीर्ण होने पर उसी कक्षा में पढाई रखना पडेगा जारी

अमरावती/दि.7-अब तक आरटीई कानून के तहत विद्यार्थियों को नो डिटेशन पॉलिसी की सुविधा थी, जिसे केंद्र सरकार ने 2019 में संशोधित कर अब नया कानून पारित किया है. नए कानून के मुताबिक पांचवीं और आठवीं कक्षा का कोई छात्र परीक्षा में फेल हो जाता है तो उसे दोबारा उसी कक्षा में अपनी पढाई जारी रखना पडेगा. तदनुसार, जिले के शिक्षा विभाग ने काम शुरू कर दिया है. इस दिशा में शिक्षा विभाग ने कार्य शुरू कर केंद्र और तालुका स्तर से गैर-प्रगतिशील छाओं की जानकारी मांगी गई है.
यदि कोई छात्र अगली कक्षा में आगे बढ़ने के लिए समय-समय पर निर्धारित आवश्यक मानदंडों को पूरा करने में असमर्थ है, तो संबंधित छात्रों को दो महीने में दोबारा परीक्षा देकर आगे की पढ़ाई करनी होगी. यदि छात्र दोबारा ली गई परीक्षा में भी आवश्यक अंक प्राप्त करने में विफल रहता है, तो उसे कक्षा कक्षा पांचवी और आठवीं में ही अपनी पढ़ाई को जारी रखना होगा.
राज्य शिक्षा आयुक्तालय ने जिले सहित राज्य भर में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षा में अध्ययनरत असफल छात्रों के बारे में जिला स्तर से जानकारी मांगी है. जनवरी के अंत तक यह जानकारी सौ फीसदी शिक्षा आयुक्तालय तक पहुंच जायेगी. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ छात्र गणितीय गणनाओं और समीकरणों को जल्दी नहीं समझ पाते हैं, परिणामस्वरूप वे इसमें कच्चे होते हैं. जिले के स्कूलों में अधिकांश छात्र अंग्रेजी विषय में कच्चे हैं. ऐसे विद्यार्थियों के अतिरिक्त घंटे लेने होंगे.

पढाइ्र पर अधिक ध्यान देना होगा
यदि कोई छात्र 5 वीं और 6 वीं की वार्षिक परीक्षा में फेल हो जाता है तो उसे दूसरे वर्ष उसी कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा. शिक्षकों को ऐसे विद्यार्थियों की पढ़ाई पर अधिक ध्यान देना होगा. ऐसे अविकसित छात्रों की क्षमताओं को विकसित कर उनकी दो महीने के भीतर पुनः परीक्षा लेकर जांच की जाएगी. पहले ही वर्ष में पांचवीं और आठवी के विद्यार्थियों को अभी तक फेल होने की सूचना नहीं मिली है.
-कल्पना सोनोने, विस्तार शिक्षा अधिकारी,

कोई अनुत्तीर्ण नहीं
शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में जिला परिषद के अंतर्गत कक्षा पाचवीं में 9 हजार 310 जबकि अन्य प्रबंधन के तहत 26 हजार 849 को मिलाकर कुल 36 हजार 159 विद्यार्थियों ने पांचवी की परीक्षा दी थी. जिसमें से जिला परिषद के 9 तथा अन्य 17 को मिलाकर कुल 26 अनुतीर्ण हुए थे. सभी ने पुर्नपरीक्षा में सफलता हासिल कर ली. ठीक उसी तरह कक्षा आठवीं में जिला परिषद के 3693 तथा अन्य प्रबंधन से 39 हजार 99 को मिलाकर कुल 42 हजार 692 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से जिला परिषद के ? तथा अन्य 12 को मिला कुल 19 विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए थे. यहां भी पुर्नपरीक्षा में सभी विद्यार्थी उत्तीर्ण हो गए.

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