* रोटरी क्लब ऑफ अमरावती अंबानगरी द्बारा तीन दिवसीय अमृतवर्षा व्याख्यानमाला
अमरावती/दि.26 – नीति का रस विजयश्री को महसूस कराता है. हम किस प्रकार का व्यवहार करते हैं, उसमें किस प्रकार का लचीलापन होता है, इन सभी बातों का महत्व होता है. अपना- अपना कौशल विवेक में रंग लाता है. जीवन में लचीलापन होना जरुरी है, लेकिन व्यवहारिक कौशल में यह लचीलापन कैसा होना चाहिये. व्यक्ति, स्थिति और आसपास के माहौल को ध्यान में रखकर हम व्यवहारिक कौशल में भी लचीलापन ला सकते हैं, यह आशीर्वचन परम श्रद्धेय श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट अयोध्या के कोषाध्यक्ष आचार्य स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज ने कहे.
स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में 25 जनवरी तक हर दिन शाम 7.30 से 10 बजे तक रोटरी क्लब ऑफ अमरावती अंबानगरी द्वारा कृष्ण नीति पर आधारित ’अमृतवर्षा व्याख्यानमाला’ का आयोजन किया गया. इस अवसर पर अंतिम पुष्प पिरोते हुए वे बोल रहे थे. आचार्य स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज ने कहा कि, हमें अपने बच्चों के साथ धर्म के संदर्भ में चर्चा करनी चाहिए. धर्म अर्थात रिलीजियस इतना ही हम जानते हैं. लेकिन धर्म का सही अर्थ होता है। मातृधर्म, पितृधर्म, शिक्षक धर्म, विद्यार्थी धर्म आदि.
इन सभी धर्म का ज्ञान न केवल हमें बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ी को भी होना चाहिए. चाय पर चर्चा का विषय भले ही राजनीतिक है. लेकिन मुझे बेहद पसंद है, क्योंकि हम चाय पीते-पीते किसी बात पर कम से कम चर्चा तो करते हैं. जब किसी विषय पर चर्चा होती है तो हमारी बुद्धि काम करना, उसे संचालित करना शुरू होता है. भगवान कृष्ण जीवन चरितार्थ से विषयों पर चर्चा कर उसे गति देने बुद्धि कौशल का इस्तेमाल करने की सीख मिलती है.
कार्यक्रम के दौरान विविध भजन प्रस्तुत किये गये. कार्यक्रम का संचालन नीलेश परतानी ने किया. कार्यक्रम की शुरूआत आचार्य स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज के हाथों सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर तथा संत गुलाबराव महाराज की प्रतिमा पूजन से की गई. पश्चात तृतीय सत्र में स्व. केशरबाई एवं स्व. गुलाबचंद परतानी की स्मृति में ओमप्रकाश नीलेशकुमार परतानी परिवार ने स्वागत एवं सत्कार किया. इस अवसर पर रोटरी अमरावती जॉनी जयसिंघानी, गौरव वानखडे, श्याम राठी, ओमप्रकाश नांवदर, चांडक, प्रतीक्षा मूंदड़ा, चंद्रशेखर अन्य ने अथक परिश्रम किये. यह अंबानगरी के अध्यक्ष नंदकिशोर राठी व उनकी टीम ने आचार्य श्री का स्वागत एवं सत्कार किया. इसके अलावा सुनील राणा, खामगांव बैंक की ओर से आचार्यश्री का स्वागत कर उनका आशीर्वाद लिया गया.
कार्यक्रम में ‘दै. अमरावती मंडल’ के प्रधान संपादक अनिल अग्रवाल, प्रा. अरविंद देशमुख, सुदर्शन गांग, जवाहर गांग, डॉ. सुकेश ढोके, डॉ. विजय कुमार भांगडिया, अतुल कोल्हे, जॉनी जयसिंघानी, गौरव वानखडे, डॉ. पंकज कावरे, घनश्यामदास राठी, सतीश राठी, उर्मिला कलंत्री, रामेश्वर गुल्हाने, रोटरी अमरावती अंबानगरी के सदस्य रोहित अग्रवाल, बजरंग चांडक, डॉ. अरविंद देशमुख, अमित हिंडोचा, सचिन रौंदलकर, विक्रांत जोशी, माहेश्वरी पंचायत की ओर से उपाध्यक्ष सुरेश साबू, रोटरी क्लब मिडटाउन के अध्यक्ष राजेश खंडेलवाल, वरिष्ठ नागरिक जीवनलाल गांधी, कमल किशोर मालानी, पुरुषोत्तम मुंदडा, सीए श्याम राठी, ओमप्रकाश नांवदर, सीए गिरधर राठी, सीए एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए पवन जाजू, डॉ. लवनकर, समाजसेवी लप्पी भैया जाजोदिया, पूर्व महापौर चेतन गावंडे, ओमप्रकाश परतानी, रामेश्वर गुल्हाने, विष्णुशंकर खत्री, परतानी परिवार से पुष्पलता परतानी, नीलेश परतानी, ज्योति परतानी, नितेश परतानी, शंकर परतानी, अशोक सोनी, माधुरी सोनी, विजया सोनी, बृजगोपाल हेड़ा, विष्णुकांत हेड़ा, श्रीमती कलंत्री, दिलीप चांडक, वंदना चांडक, प्रतीक्षा मूंदड़ा, चंद्रशेखर डागा, संतोष डागा, एड. रामप्रकाश चांडक, प्रकाश राठी, जुगलकिशोर गट्टाणी, सुधा तिवारी, कमल किशोर मालानी, देवेंद्र अग्रवाल, अनिल लाहोटी, एड. आर. बी. अटल, डॉ. श्याम सोनी, कुणाल माहुलकर, डॉ. नंदकिशोर भुतडा, स्मिता कलंत्री, सचिन देशमुख, ब्रजेश सादानी, श्रीचंद सोदानी, नारायणदास राठी, दिलीप राठी, तलेगांव वासी, डॉ. संतोष ठाकरे, डॉ. दीपक डागा, सीमा कोटेचा, सायली वैद्य आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने रोटरी अंबानगरी के अध्यक्ष नंदकिशोर राठी तथा आयोजन समिति प्रमुख सीए आशीष हरकुट के साथ राम छुटलानी, सुरेश मेठी, प्रशांत करवा, सारंग राउत, डॉ. मोनाली ढोले, सुशील कोटेचा, राजेश मित्तल, अमोल चवने, अमेय वैद्य, अमोल ठाकरे, अजय लोया, सुशील लढ्ढा, उदय कालमेघ, आशीष वाकोड़े, प्रशांत मोंढे व अन्य ने अथक परिश्रम किये. यह कार्यक्रम यूट्यूब चैनल पर लाइव दिखाया गया.
कार्यक्रम में आचार्यश्री के साथ पधारे वादकों का सत्कार किया गया. साथ ही अनीता राठी, मनीषा , हरकुट, योगिता लढ्ढा ने ’सुदिनम सुदिनम जन्मदिनम, तव भवतु मंगलम जन्मदिनम, जन्मदिनम मंगलमय हो…’ यह गीत प्रस्तुत कर आचार्यश्री को जन्मदिन की बधाइयां दी.