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अक्तूबर में भी मनपा चुनाव होने की संभावना बेहद कम!

लोकसभा व विधानसभा चुनाव के बाद होने का अनुमान

* अभी और भी लंबा चल सकता है प्रशासक राज
अमरावती/दि.24 – स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव आगामी अक्तूबर या नवंबर माह में होंगे, ऐसा अनुमान विगत कुछ समय से लगाया जा रहा है. लेकिन इसी बीच भाजपा सहित अन्य सभी राजनीतिक दलों ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरु कर दी है. जिसके चलते महानगरपालिका के चुनाव और भी आगे टल सकते है. ऐसी चर्चा राजनीतिक क्षेत्र के शुरु हो गई है. साथ ही लोकसभा चुनाव के बाद मनपा चुनाव होने की संभावना को देखते हुए पार्षद बनने के कई इच्छूकों ने अपने-अपने प्रचार को लगभग रोक दिया है.
बता दें कि, अमरावती महानगरपालिका के सदन का कार्यकाल 8 मार्च 2022 को खत्म हुआ था और 9 मार्च से अमरावती मनपा में प्रशासक राज शुरु हुआ. जिसे अब करीब डेढ वर्ष हो चुका है. इस दौरान करीब 2 बार प्रभागरचना के परिसिमन व आरक्षण को लेकर गतिविधियां तेज हुई. लेकिन दोनों ही बार पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया. ऐसे में चुनाव नहीं करवाए जाने के चलते सभी पार्टियों के स्थानीय नेताओं व पदाधिकारियों में एक तरह से उदासी व नाराजगी वाला माहौल है. परंतु मतदाताओं के रुख और रुझान को देखते हुए सरकार इस समय स्थानीय निकायों के चुनाव करवाने से बचना चाह रही है.
उल्लेखनीय है कि, पिछले महिने ही राज्य में चल रहे सत्ता संघर्ष से संंबंधित मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया. जिसके बाद उममीद जताई जाने लगी कि, जल्द ही मनपा चुनाव कराने कोे लेकर सरकार द्बारा निर्णय लिया जाएगा और संभवत: आगामी अक्तूबर या नवंबर माह में मनपा के चुनाव होंगे. जिसके चलते एक बार फिर चुनावी हवाए बहनी शुरु हो गई थी और कई इच्छूकों ने मतदाताओं के साथ मेलजोल बढाते हुए अपना प्रचार भी शुरु कर दिया था. जिसके तहत स्वास्थ्य शिविर, आधार कार्ड शिविर जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की शुरुआत हो गई थी और इस तमाम गहमा-गहमी को देखकर महसूस होने लगा था कि, जल्द ही चुनावी रणभेरी बन सकती है.
वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने महानगरपालिका के चुनाव 4 सदस्यीय प्रभाग रचना के अनुसार लेने का निर्णय लिया है. जिसके लिए नये सिरे से प्रभाग रचना करनी पडेगी और इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कम से कम 4 से 5 माह का समय लगेगा. इस समय अक्तूबर माह आने में 4 माह का समय शेष है. लेकिन इसके बावजूद भी प्रभाग रचना के परिसीमा को लेकर कोई गतिविधि नहीं चल रही. जिसके चलते कहा जा सकता है कि, चुनाव और भी आगे टल सकते है.
ज्ञात रहे कि, आगामी अप्रैल अथवा मई माह में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी एक ही समय कराए जाने की संभावना जताई जा रही है. जिसके चलते महानगरपालिका के चुनाव आगे टाले जा सकते है, ऐसा माना जा रहा है. क्योंकि पालिका चुनाव की राजनीति में सक्रिय रहने वाले घटकों का प्रभाव विधानसभा व लोकसभा चुनाव पर भी पडता है और यदि आगामी अक्तूबर-नवंबर माह में मनपा के चुनाव कराए जाते है, तो मनपा चुनाव के नतीजों का निश्चित तौर पर आगामी अप्रैल अथवा मई माह में होने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव पर असर पड सकता है. संभवत: ऐसी ही किसी वजह के चलते सरकार द्बारा आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिलहाल महानगरपालिका के चुनाव को प्रलंबित रखा जा रहा है. ताकि इसका असर लोकसभा व विधानसभा चुनाव पर न पडे.

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