समझौते से हासिल की गई सत्ता टिकाऊ नहीं
मौजूदा राजनीतिक हालात पर राज ठाकरे का तंज
* पार्टीजनों से किया मजबूत संगठन देने का आवाहन
* बदले में सत्ता के लक्ष्य की प्राप्ती का आश्वासन दिया
* सालोंसाल पद से चिपके बैठे निष्क्रिय पदाधिकारियों को जमकर लिया आडे हाथ
* संभाग के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ की चर्चा व बैठक
अमरावती/दि.21- विगत तीन दिनों से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे अपने छह दिवसीय दौरे के तहत विदर्भ क्षेत्र का दौरा कर रहे है और गत रोज ही नागपुर व चंद्रपुर का दौरा निपटाने के बाद उनका अमरावती आगमन हुआ. यहां पर आज सुबह कैम्प परिसर स्थित होटल ग्रैण्ड महफिल में अमरावती संभाग के प्रमुख व चुनिंदा मनसे पदाधिकारियों के साथ चर्चा करने के दौरान विगत कुछ समय से राज्य में चल रहे राजनीतिक हालात पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि, समझौतों के दम पर हासिल की गई सत्ता बेहद तत्कालिक व अस्थायी होती है. जिसे प्राप्त करने में उनकी कोई रूचि नहीं है, बल्कि उनका मानना है कि, शाश्वत व स्थिर सत्ता प्राप्त करते हुए अपने क्षेत्र विकास किया जा सकता है.
आज सुबह कैम्प परिसर स्थित होटल ग्रैण्ड महफिल में संभाग के पांचों जिलों से आये पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते समय उपरोक्त प्रतिपादन करने के साथ ही मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपने सभी पदाधिकारियों से यह आवाहन भी किया कि, आप सभी एकसाथ मिलकर मुझे अमरावती जिले व शहर सहित समूचे संभाग में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का मजबूत संगठन दो, मैं आप सभी को स्थानीय निकाय से लेकर राज्य के स्तर तक सत्ता के पास पहुंचाने का काम करूंगा. इस समय अपने करीब 20 मिनट के संबोधन में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महानगर पालिका, नगर पालिका व जिला परिषद सहित पंचायत समिती जैसे स्थानीय निकायों के आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए अभी से काम पर लग जाने का आवाहन पार्टी पदाधिकारियों से किया. साथ ही कहा कि, चुनाव लडना बडी बात नहीं है, बल्कि चुनाव को जीतना बडी बात है, जो हर राजनीतिक दल का अंतिम लक्ष्य होता है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राजनीतिक दल का संगठनात्मक रूप से बेहद मजबूत होना बेहद आवश्यक होता है. ऐसे में मनसे के सभी पदाधिकारियों ने सबसे पहले पार्टी को संगठनात्मक रूप से मजबूत करने का काम करना चाहिए. तभी स्थानीय निकायों में पार्टी को सफलता मिल सकती है और एक बार जिला, संभाग व राज्यस्तर पर पार्टी संगठनात्मक रूप से मजबूत हुई, तो राज्य की सत्ता हासिल करना भी कोई मुश्किल काम नहीं रहेगा. इस बात को पार्टी के हर एक पदाधिकारी व कार्यकर्ता ने ध्यान में रखना चाहिए.
इस चर्चा व बैठक में मंच पर प्रमुख रूप से मनसे के वरिष्ठ नेता अविनाश जाधव, संदीप देशपांडे, अविनाश अभ्यंकर, प्रकाश महाजन, राजू उंबरकर, अविनाश सिदोरे आदि उपस्थित थे. साथ ही सभागार में पार्टी के अमरावती जिलाध्यक्ष पप्पू पाटील व शहराध्यक्ष संतोष बद्रे सहित संभाग के पांचों जिलों से आये जिलाध्यक्ष, शहराध्यक्ष व तहसील प्रमुख जैसे पदाधिकारी उपस्थित थे. जिनके साथ पार्टी प्रमुख राज ठाकरे ने संवाद साधा और उन्हें पार्टी की नीतियों के बारे में बताया..
* काम करना है, तो पद पर रहो, वर्ना हट जाओ
इस समय मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने सालोंसाल से पार्टी में पद लेकर निष्क्रिय रहनेवाले पदाधिकारियों को जमकर आडे हाथ लेते हुए कहा कि, मनसे में कोई भी पद शोभा की वस्तु नहीं है. अत: अगर कोई व्यक्ति पदाधिकारी बनना चाहता है, तो उसे पार्टी के लिए काम भी करना पडेगा और जनता के बीच जाकर उनकी मुलभूत समस्याओं को समझना भी पडेगा. केवल पार्टी प्रमुख के आसपास रहने और पार्टी प्रमुख के साथ लिये गये सेल्फी फोटोज को सोशल मीडिया पर अपलोड करनेवाले पदाधिकारियों की पार्टी को कोई जरूरत नहीं है. ऐसे पदाधिकारियों पर जल्द ही पार्टी द्वारा पद से हटाकर बाहर का रास्ता दिखा दिया जायेगा.
* हर एक पदाधिकारी व कार्यकर्ता को होना होगा सक्रिय
इस समय अपने संबोधन में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपनी नीतियों को सही अर्थों में साकार करने और अपने द्वारा सोचे गये विकास के खाके को मूर्त रूप में अमलीजामा पहनाने के लिए पूर्ण बहुमत के साथ शाश्वत व स्थिर सत्ता मिलना जरूरी है. ऐसी सत्ता हासिल करने के लिए पार्टी का संगठनात्मक रूप से मजबूत होना बेहद जरूरी है. जिसके लिए पार्टी के हर एक पदाधिकारी और कार्यकर्ता को अपने-अपने स्तर पर पूरी तरह से सक्रिय होना होगा. इस बात के मद्देनजर अब पार्टी द्वारा समय-समय पर अपने वरिष्ठ नेताओं को शहर व जिले सहित संभाग में भेजा जायेगा, जो क्षेत्र का दौरा करते हुए स्थानीय स्तर पर हो रहे कामकाज की समीक्षा करेंगे और जो पदाधिकारी केवल पद लेकर निष्क्रिय बने बैठे है, ऐसे पदाधिकारियों को पद से हटाते हुए उनके स्थान पर नये व सक्रिय पदाधिकारियों की नियुक्ति की जायेगी, ताकि वे पार्टी के कामों को गतिमान करते हुए पार्टी के साथ अधिकाधिक लोगों को जोड सके और यहां पर पार्टी का जनाधार बढ सके.