अमरावती

शिरजगांव में तोते की तेरहवीं पर 300 लोगों की उपस्थिति

हिंदू स्मशान भूमि पर किया गया अंतिम संस्कार

परतवाड़ा/दि.20 – तोते की मृत्यु पश्चात उसके पार्थिव पर गांववासियों की उपस्थिति में हिंदू स्मशान भूमि पर विधिवत अंतिम संस्कार करने के पश्चात आयोजित तेरहवीं में करीबन 300 लोग उपस्थित थे.
शिरजगांव कसबा में इस तोते की तेरहवीं 17 नवंबर को की गई. गिरीधर गोरडे के यहां 30 वर्ष पूर्व दाखल हुए इस तोते का नाम प्यार से अर्जुन रखा गया. जख्मी अवस्था में घर के परिसर में आये तोते को गोरडे परिवार ने प्यार स्नेह दिया. परिवार के सदस्यों की तरह उसकी देखभाल की जाती थी. देखते ही देखते अर्जुन बड़ा हो गया. घर के सभी सदस्यों को पहचानकर उनके नाम लेने लगा, राम- राम कहने लगा, घर में अन्य कोई आने पर या घर के सदस्य को किसी ने आवाज देने पर वह प्रतिसाद देता था.
दीपावली के दरमियान अर्जुन की तबियत बिगड़ गई. पशु वैद्यकीय अस्पताल में औषधोपचार करने के बावजूद उसने कोई प्रतिसाद नहीं दिया.खाना छोड़ दिया.आखिरकार उसकी मृत्यु हो गई. अरविंद गोरडे व उनके परिवार ने तोते के पार्थिव पर विधिवत हिंदू स्मशान भूमि पर अंतिम संस्कार किया. इस दरमियान गांव के कुछ लोग भी सहभागी हुए थे. पश्चार गोरडे परिवार ने अनोखा निर्णय लेते हुए तोते की तेरहवी का कार्यक्रम आयोजित किया. इस तेरहवीं का निमंत्रण रिश्तेदारों सहित समीप के लोगों को भी दिया गया. तेरहवीं में छोटे-बड़े करीबन 300 लोग उपस्थित थे.

  • तोते को पालना या उसे पिंजरे में कैद करना अपराध है. कोई भी तोते को पालन न करें, तोते को पिंजरे में कैद न करें, ऐसा परतवाड़ा वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रदीप भड ने कहा.

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