सफेद सोने में आया उछाल, रिकॉर्ड 12,200 पर पहुंचे दाम
उत्पादन कम होने के चलते मांग बढी
* स्टॉक किया गया कपास पहुंचा बाजार में
अमरावती/दि.6– इस वर्ष देश में कपास का उत्पादन 25 फीसद तक घट गया. ऐसे में मांग में तेजी रहने के चलते कपास के दामों में इस समय अच्छा-,खासा उछाल देखा जा रहा है. इस वर्ष पहली बार कपास को रिकॉर्ड 12 हजार 200 रूपये प्रति क्विंटल के दाम मिल रहे है.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले सोयाबीन के दाम 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल के उच्चतम स्तर पर जा पहुंचे थे. वहीं अब कपास भी लगातार 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल के उच्चतम स्तर पर बनी हुई है और विगत सप्ताह दौरान कपास कासे 11 हजार 400 रूपये का सर्वाधिक दाम मिला. वहीं जारी सप्ताह के दौरान कपास 12 हजार रूपये प्रति क्विंटल के स्तर को भी पार कर गया और इस समय अमरावती जिले में कपास के दाम 12 हजार 200 रूपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है.
* कपास की उपज व आवक घटी
इस वर्ष जहां एक ओर खरीफ सीझन के दौरान प्रतिकूल स्थितियां रहने के चलते कपास का उत्पादन घटा. वहीं कोविड संक्रमण काल की वजह से हाथ तंग रहने के चलते किसानों ने फसल हाथ में आते ही उसे बेचना शुरू कर दिया. ऐसे में अब किसानों के पास स्टॉक में कपास काफी कम बची है. जिसके चलते मांग अधिक रहने और आपूर्ति घट जाने की वजह से कपास के दामों में अच्छा-खासा इजाफा हो रहा है.
* एक-डेढ माह से बढ रहे कपास के दाम
इससे पहले जब कपास के दाम 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल पर पहुंचे थे, तब कई किसानों ने अपनी कपास को बाजार में लाकर बेचना पसंद किया. वहीं कई किसानों ने भविष्य में और भी अधिक तेजी आने की आस करते हुए अपने पास कपास रोक कर रखी. वहीं इस दौरान बाजार में कपास की मांग काफी अधिक रहने के चलते कपास खरीददार व्यवसायी गांव-देहातों में जाकर सीधे किसानों के दरवाजे तक जा पहुंचे. जहां पर बाजार मूल्य से कपास की खरीदी करने की पेशकश व तैयारी दर्शायी गई, चूंकि घर के दरवाजे पर बाजार की बराबरीवाले भाव मिल रहे है और कपास लाने-ले जाने में किसी तरह का कोई परिवहन खर्च ही नहीं करना पड रहा. साथ ही साथ बिक्री पश्चात भूगतान भी तुरंत ही हो रहा है. ऐसे में किसानों ने भी अपनी उपज को बेचने की तैयारी दर्शायी. लेकिन इसके बावजूद कपास के दामों में उछाल जारी रहा.
* दस वर्षों में पहली बार आया बडा उछाल
उल्लेखनीय है कि, विगत करीब दस वर्षों के दौरान इस वर्ष पहली बार कपास के दामों में इतना अधिक उछाल देखा गया है. साथ ही अब भी कपास के दामों में और अधिक उछाल आने की संभावना दिखाई दे रही है. ऐसे में अतिवृष्टि व गुलाबी इल्लियों के हमले से जूझते हुए कपास की फसल लेनेवाले कपास उत्पादक किसानों में इस समय काफी राहत व आनंदवाला माहौल है. वहीं इस बार जिन किसानों के यहां कपास की पैदावार नहीं ली गई, वे काफी हद तक मायूस भी है. साथ ही साथ जिन किसानों ने दीवाली माह के आसपास आर्थिक तंगी रहने के चलते मात्र 8 हजार रूपये प्रति क्विंटल के दाम पर अपनी कपास बेच दी थी, वे भी कुछ हद तक पछता रहे है. जबकि बेहतर भाव मिलने की उम्मीद लेकर कपास का स्टॉक करनेवाले किसान इस समय काफी फायदे में है.
* अकोला में 13 हजार के दाम पर कपास
जहां एक ओर अमरावती की मंडी में कपास को 12 हजार 200 रूपये प्रति क्विंटल के दाम मिल रहे है और जिले के तहसील क्षेत्रों की मंडियों में कपास के दाम 11 से 12 हजार रूपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है, वहीं पडोसी जिले अकोला में कपास के दाम अपने सर्वाधिक व उच्चतम स्तर 13 हजार रूपये प्रति क्विंटल पर जा पहुंचे है. कल अकोला जिले के अकोट बाजार में कपास को रिकॉर्ड 13 हजार रूपये प्रति क्विंटल का दाम मिला, जबकि परतवाडा में 11 हजार 800, दर्यापुर में 12 हजार व अंजनगांव सूर्जी में 11 हजार 700 रूपये के दाम रहे. ऐसे में अकोट से सटी और अकोट से सटे, लेकिन अमरावती जिले के तहसील क्षेत्र में शामिल ग्रामीण इलाकों के कपास उत्पादक किसान अपनी कपास को बेचने हेतु अकोट की मंडी में पहुंच रहे है.