दिनोंदिन बढ रही घुटने जाम होने की समस्या
समय रहते ध्यान नहीं देने पर शल्यक्रिया ही उपाय
अमरावती /दि.5– योग्य आहार व व्यायाम के अभाव, पौष्टिक आहार की अनदेखी और वजन के बढने जैसी वजहों के चलते इन दिनों बुजुर्गो सहित युवाओं में भी घुटनों के दर्द की समस्या बडे पैमाने पर दिखाई दे रही है. यदि इस समस्या की ओर समय रहते ध्यान दिया जाए तो आगे की तकलीफों को टाला जा सकता है अन्यथा घुटने जाम हो जाने पर शल्यक्रिया ही एकमात्र उपाय बचता है. इस समय जिले में प्रति माह 15 से 20 मरीजों पर घुटनों की शल्यक्रिया होने की जानकारी है.
बता दें कि, जांघ व पैर की हड्डीयों के बीच घुटने का जोड होता है. जिसके अगले हिस्से में कटोरीनुमा हड्डी होती है. घुटनों की वजह से ही शरीर के नीचले व उपरी हिस्से को स्थिरता मिलती है. इसी तरह शरीर की सभी हड्डीयां और हड्डीयों के जोड भी शारीरिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. परंतु आर्थरायटिस नामक संधीवात होने पर हड्डीयां कमजोर होकर जोडों के दर्द की समस्या निर्माण होती है. इन जोडों में घुटने का भी समावेश होता है. जो तीन हड्डीयों सहित घुटने की कटोरी व संधीबंध से मिलकर तैयार होता है. पूरे शरीर में घुटने का ही प्रयोग सबसे अधिक होता है. क्योंकि, चलने-फिरने और उठने-बैठने जैसी अनेक क्रियाओं में घुटने की गतिविधि सबसे अधिक होती है. जिसके चलते घुटने की हड्डीयों के घिसने, हड्डीयों के बीच चिकनाई के कम होने तथा अति उष्णता के चलते घुटने पर सुजन आने जैसी समस्याएं शुरु होने के साथ ही तकलीफ भी शुरु हो जाती है. ऐसे में समय रहते घुटनों की समस्याओं की ओर ध्यान दिया जाना बेहद जरुरी होता है अन्यथा घुटनों के जाम हो जाने पर सीधे शल्यक्रिया का ही उपाय शेष बचता है.
* सर्वाधिक शिकायतें चोट लगने की
अस्थीरोग विशेषज्ञों के पास इलाज हेतु आनेवाले मरीजों में सर्वाधिक मरीजों की शिकायत यही होती है कि, उन्हें इससे पहले घुटने की हड्डी पर कोई चोट लगी थी. संभवता उसी वजह से घुटने में दर्द व तकलीफ शुरु हुई है. इसके अलावा हमेशा ही होनेवाली गतिविधियों की वजह से घुटने की हड्डीयां घिस जाती है. जिसके चलते घुटने की हड्डीयों से कट-कट की आवाज भी आती है और कई बार उठते-बैठते या चलते-फिरते समय घुटने में तेज दर्द होता है.
* कैल्शियम व यायाम की कमी
कई लोग व्यायाम करना टालते है. साथ ही कई लोगों में कैल्शियम की कमी भी होती है. जिससे घुटने सहित हड्डीयों की तकलीफे बढ जाती है. ऐसे में पौष्टिक आहार का सेवन करने के साथ ही नियमित व्यायाम करना भी बेहद जरुरी है.
* कई लोगों को बदलवानी पडी है घुटने की कटौरी
हमेशा ही होनेवाले घुटने के दर्द की तकलीफ से बचाव करने हेतु कई लोगों को शल्यक्रिया कर अपने घुटनों की कटौरियां को बदलवाना पडा है.
* महिलाओं में प्रमाण अधिक
घुटनों के दर्द की समस्या महिलाओं में अधिक प्रमाण में दिखाई देती है. महिलाओं द्वारा अपने स्वास्थ की ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान नहीं दिया जाता. जिससे आगे चलकर समस्या गंभीर हो जाती है. ऐसे में यदि कभी कबार घुटनों में दर्द होता है तो उसकी अनदेखी करने की बजाए विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए.
* घुटनों के दर्द की वजहें
बढती उम्र – बढती उम्र में शारीरिक गतिविधियों काफी हद तक कम हो जाती है. साथ ही इस उम्र में कई तरह के संसर्ग की भी संभावना रहती है.
चोट लगना – किसी हादसे या घटना में घुटने पर चोट लगने के बाद कई लोगों द्वारा इसकी अनदेखी की जाती है. परंतु आगे चलकर यह समस्या गंभीर भी हो सकती है.
कैल्शियम की कमी – कई लोगों में कैल्शियम की कमी रहने के चलते उनकी हड्डीयां कमजोर हो जाती है. जिसके चलते जोडों की दर्द की समस्या होती है.
संधीवात – संधीवात के चलते भी कई लोगों को घुटने के दर्द सहित संधीवात की तकलीफों का सामना करना पडता है.