अमरावती

मास्क से पैदा हो रही दम घुटने की समस्या

त्वचा रोग व खुजली की भी शिकायतेें आयी सामने

अमरावती/दि.28 – कोविड संक्रमण काल के दौरान खुद को सुरक्षित रखने हेतु अधिकांश लोगों द्वारा मास्क का प्रयोग करना शुरू किया गया. किंतु लंबे समय तक चेहरे पर मास्क लगाये रहने की वजह से अब कई तरह की समस्याएं सामने आ रही है. नाक और मुंह पर लगातार मास्क लगे रहने की वजह से कई लोगों को सांस लेने में समस्या होने लगी है. वहीं मास्क की वजह से नाक और मुंह पर पूरा समय पसीना रहने के चलते खुजली एवं त्वचारोग संबंधी शिकायतें सामने आ रही है. इसी तरह सैनिटाईजर का भी अति प्रयोग किये जाने के चलते त्वचारोग संबंधी शिकायतें सामने आ रही है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, मास्क व सैनिटाईजर के प्रयोग को लेकर डॉक्टरोें से सलाह ली जाये.
बता दें कि, श्वसन तथा हवा के माध्यम से फैलनेवाले कोविड संक्रमण से बचने के लिए मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग आवश्यक बताया गया है तथा विगत डेढ वर्ष से लोगों द्वारा बडे पैमाने पर मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग भी किया जा रहा है. किंतु लगातार चेहरे पर मास्क लगा रहने के चलते सामान्य तरीके से सांस लेने में दिक्कतें पैदा होने लगी है और कई लोगों द्वारा मास्क लगाने के बाद दम घुटने जैसी शिकायतें की जा रही है. इसके अलावा लंबे समय तक मास्क लगा रहने की वजह से मुंह व नाक के आसपास काफी पसीना होता है और लगातार नमी बनी रहने के चलते नाक व मुंह के आसपास खुजली सहित अन्य त्वचा संबंधी शिकायतेें देखी जा रही है. साथ ही साथ पूरा समय मास्क की डोरी कान के पीछे लिपटी रहने की वजह से कान के पीछे भी खुजली व खाज की समस्या उत्पन्न हो रही है.
इसके अलावा सैनिटाईजर में अल्कोहोल का प्रमाण होता है और इसका प्रयोग हाथों पर करने पर अल्कोहोल की वजह से हाथों की नमी खत्म होती है व हाथ पूरी तरह से शुष्क हो जाते है. ऐसे में सैनिटाईजर का अत्याधिक प्रयोग करने पर हाथों की त्वचा में दरारे पडने की संभावना होती है. साथ ही हाथों व उंगलियों की त्वचा भी निकलनी शुरू होती है. इसके अलावा सैनिटाईजर लगाने के तुरंत बाद किसी ज्वलनशिल पदार्थ के संपर्क में आने पर हाथ जलने व झुलसने की भी संभावना होती है.

सावधानी पूर्वक करे मास्क का प्रयोग

– डिस्पोजेेबल मास्क का बार-बार प्रयोग न करें.
– मास्क को बार-बार हाथ न लगायें, अन्यथा हाथ पर रहनेवाले जंतू मास्क के संपर्क में आ सकते है.
– लगातार मास्क लगाकर न रहे, बल्कि बीच-बीच में उसे अपने चेहरे व नाक से हटाये.
– एक ही मास्क को लगातार दो-तीन दिन तक प्रयोग में न लाये. इससे जंतू संसर्ग का खतरा बढने के साथ-साथ त्वचा संबंधी बीमारियां भी हो सकती है.
– इस समय बारिश का मौसम शुरू है. इस दौरान लगातार का मास्क का प्रयोग करना संभव नहीं है. बारिश में मास्क गिला हो सकता है और चेहरे पर गिला मास्क काफी देर तक लगाये रखने से भी त्वचा संबंधी शिकायतें हो सकती है.

सैनिटाईजर की बजाय साबुन बेहतर

– बार-बार सैनिटाईजर का प्रयोग करने से हाथों में खुजली होती है. इसे टालने हेतु हाथ साफ करने के लिए साबुन का प्रयोग करें.
– लगाताार सैनिटाईजर का प्रयोग करना टाले. सैनिटाईजर के अतिप्रयोग से त्वचा रोग हो सकता है.
– सैनिटाईजर में अल्कोहोल का समावेश रहता है. ऐसे में सैनिटाईजर लगाने के बाद ज्वलनशिल पदार्थों के संपर्क में न आयें.

लगातार मास्क का प्रयोग करने से त्वचारोग की समस्याएं पैदा होती है. ऐसी कोई भी शिकायत व समस्या होने पर तत्काल डॉक्टरों की सलाह ले और अपनी जांच करवाये. साथ ही मास्क का प्रयोग भी डॉक्टरों की सलाह के बाद ही करें. कोरोना से बचाव हेतु मास्क का प्रयोग बेहद आवश्यक है. ऐसे में जहां तक संभव हो, एन-95 मास्क का ही प्रयोग करे और सैनिटाईजर का प्रयोग करने की बजाय साबुन से हाथ धोने को प्राथमिकता दें.

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