अमरावती दि. 17 – पिछले साल कोरोना की पार्श्वभूमि पर 10 व 12वीं की परीक्षा को लेकर आखिर तक संंभ्रम निर्माण हुआ था और आखिर में परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी इस बार भी परीक्षा को लेकर पेच कायम रहने की वजह से विद्यार्थियों में संभ्रम की स्थिति निर्माण हो रही है. इसी बीच शिक्षण बोर्ड ने 10 व 12वीं की परीक्षा इस साल ऑफ लाइन तौर पर लिए जाने की घोषणा की है. पिछले एक साल से 10 व 12वीं की ऑनलाइन कक्षा शुरु की गई है.
जिसमें विद्यार्थियों को तीन घंटे लगातार बैठकर लिखने की आदत नहीं रही है. प्रत्यक्ष रुप में परीक्षा ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन ली जाएगी इस संदर्भ में निर्णय न लिए जाने की वजह से विद्यार्थियों में संभ्रम का वातावरण निर्माण हो रहा है. इस साल कोरोना नियंत्रण में आने के पश्चात ऑनलाइन परीक्षा की घोषणा की गई जिसमें विद्यार्थियों ने भी तैयारियां दर्शायी है.
12वीं परीक्षा में 36 हजार से अधिक विद्यार्थी
जिले में 400 कनिष्ठ महाविद्यालयों के 12 वीं की परीक्षा के लिए 36 हजार से अधिक विद्यार्थी है. शिक्षण बोर्ड व्दारा ऑफलाइन परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया.
10वीं की परीक्षा के लिए 45 हजार विद्यार्थी
जिले में मार्च महीने में होने वाली 10वीं की परीक्षा के लिए 45 विद्यार्थी है ऐसी जानकारी शिक्षा विभाग व्दारा दी गई है.
145 केंद्रों की आवश्यकता
जिले में 10वीं की परीक्षा के लिए 45 हजार से अधिक विद्यार्थी है. 10वीं की परीक्षा के लिए शिक्षण विभाग को 145 परीक्षा केंद्रों की आवश्यकता होगी. पिछले साल 39 हजार विद्यार्थियों के लिए 138 परीक्षा केंद्रों का निर्माण किया गया था. 10वीं की परीक्षा 15 मार्च से 16 अप्रैल के बीच ली जाएगी तथा 12वीं की परीक्षा 4 मार्च से ली जाएगी. जिसमें बोर्ड व्दारा संभावित टाइमटेबल की भी घोषणा की गई.