* सीईओ ने एचओडी से दौरे की रिपोर्ट मांगी
अमरावती/दि.12- जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले के तबादले के साथ ही जिला परिषद का स्वास्थ्य विभाग नए अधिकारी का इंतजार कर रहा है. लेकिन सरकार ने अभी तक इस पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की है. ऐन बारिश के दिनों में स्वास्थ्य अधिकारियों के तबादले होने से इस विभाग के सामने दिक्कतें और भी बढ गई है. और मेलघाट में किये जाने वाले उपाय भी बाधित हो गये हैं.
विशेष बात यह है कि, संभागीय आयुक्त ने मेलघाट की पीचएचसी को प्रत्यक्ष भेंट देने के लिए राजस्व और जिला परिषद के कुछ अधिकारियों को जिम्मेदारी दी थी. इस भेंट दौरान पीएचसी की वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट सीईओ अविश्यात पंडा ने मांगी है. संभागीय आयुक्त डॉ.निधि पाण्डेय ने कुछ दिन पूर्व मेलघाट का दौरा किया था. इस समय यह बात मुख्य रूप से महसूस की गई. संभागीय आयुक्त ने मेलघाट में आरोग्यवर्धिनी उपकेंद्र का निरीक्षण कर उपकेंद्र पर डॉक्टरों और पूरक जनशक्ति ने दवाओं की उपलब्धता, इंजेक्शन, बिस्तरों की संख्या, दो से तीन दिन पहले मेलघाट में प्रवेश करने वाले रोगियों की स्थिति आदि विषयों पर उनका जोर रहा. जिला परिषद के सीईओ अविश्यांत पंडा के मार्गदर्शन में प्रभारी डीएचओ डॉ. सुभाष ढोले एवं अन्य अधिकारियों ने इस संबंध में उचित जानकारी प्रदान की. हालांकि आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि अभी और भी कई काम करने की गुंजाइश है.
कई दिक्कतें निर्माण
बारिश के दिनों में मेलघाट के कुछ गांवों का बारिश के दिनों में संपर्क टूट जाता है. जरूरत पड़ने पर भी आदिवासियों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा सकता. ऐसे में नजदीकी उपकेंद्र या जिस गांव में वे रहते हैं, वहां पहुंचकर उनका इलाज करना जरूरी है. इसलिए मानसून की शुरुआत से पहले उचित योजना बनाई जाती है. लेकिन अब चूंकि स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी बदल गये हैं और नये अधिकारी की नियुक्ति को लेकर कोई हलचल नहीं हो रही है, ऐसे में इस विभाग के सामने दिक्कतें निर्माण हो गई है.