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दो दिन की बारिश से मचा त्राहीमाम्
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शहर के विभिन्न इलाकों में बाढ सदृश्य हालात
अमरावती/दि.9 – प्रति वर्ष मनपा प्रशासन द्वारा मई माह के आसपास मान्सून पूर्व काम पूर्ण करते हुए शहर के सभी नालों व नालियों की साफ-सफाई की जाती है, ताकि बारिश का पानी कहीं पर भी न अटके. इस वर्ष भी प्रशासन द्वारा मान्सूनपूर्व काम करने का दावा किया गया था. किंतू जून-जुलाई माह के दौरान हुई बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी थी. उम्मीद थी कि, कम से कम इसके बाद प्रशासन द्वारा सभी नालों व नालियों की साफ-सफाई कर ली जायेगी, ताकि आगे चलकर दुबारा ऐसी तकलीफ न हो. किंतु विगत दो दिनों के दौरान हुई बारिश ने साबित कर दिया कि, मनपा प्रशासन ने जुन-जुलाई माह की घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया. जिसके चलते दो दिनों के दौरान हुई बारिश की वजह से पूरा शहर पानी-पानी हो गया और शहरवासी त्राहीमाम् करने लगे.
बता दें कि, विगत दो दिनों के दौरान हुई बारिश की वजह से अमरावती शहर से होकर बहनेवाले सभी नाले ओवरफ्लो हो गये और जलजमाव की स्थिति काफी देर तक बन गई. जिसका सीधा मतलब है कि, नालों में पानी को आगे बढने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं था. वहीं दूसरी ओर शहर के कई व्यापारिक संकुलों सहित राजापेठ रेल्वे क्रॉसिंग के नीचे बनाये गये रेल्वे अंडरपास में भी लबालब पानी भर गया. जिसका सीधा मतलब है कि, शहर में ड्रेनेज सिस्टीम अस्तित्व में ही नहीं है. व्यापारिक प्रतिष्ठानों में बारिश का पानी घुस जाने की वजह से कई व्यापारियों को लाखों रूपयों के नुकसान का सामना करना पडा है. वहीं गणेशोत्सव पर्व के निमित्त शहर में कई स्थानों पर सडक किनारे लगायी गई गणेश मूर्तियों की अस्थायी दुकानों में भी मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाओं का काफी नुकसान हुआ.
शहर में हर ओर जलजमाव की स्थिति को देखते हुए अब स्थानीय नागरिकों द्वारा पूछा जा रहा है कि, आखिर जलमजाव की यह स्थिति क्यों बन रही है और जल निकासी की कोई व्यवस्था क्यों नहीं है. इस संदर्भ में सभी संबंधित विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारियों का बोझ डालते हुए अपना पल्ला झाडने का प्रयास कर रहे है. मनपा प्रशासन के मुताबिक सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा शहर में सडकों का कांक्रीटीकरण करते समय सडकों की उंचाई काफी बढा दी गई और नालियां काफी नीचे हो गई. वहीं नालियों का एक-दूसरे से कनेक्शन नहीं हो पाया है और कई स्थानों पर नालियां उंची-नीची हो गई है. जिसकी वजह से पानी के बहाव की दिशा बिगड गई. ऐसे में इस अव्यवस्था के लिए पूरी तरह से सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग जिम्मेदार है. किंतु हकीकत यह है कि, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के साथ-साथ मनपा के निर्माण विभाग की भी इस ओर ध्यान देने की उतनीही जिम्मेदारी थी और दोनों विभागों के बीच आपसी समन्वय नहीं रहने की वजह से यह अव्यवस्था पैदा हुई है. जिसका खामियाजा शहर के आम नागरिकों को भुगतना पड रहा है.
आठ दिनों में काम पूरा नहीं होने पर फौजदारी
इस मामले में महापौर चेतन गावंडे द्वारा चेतावनी जारी की गई है कि, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग सहित महावितरण द्वारा शहर में अधूरे रखे गये कामों को यदि आगामी आठ दिनों के भीतर पूर्ण नहीं किया जाता है, तो संबंधीत विभागों के खिलाफ फौजदारी अपराध दर्ज किया जायेगा.
नालियां ही आपस में नहीं जुडी
वहीं दूसरी ओर शहर अभियंता रविंद्र पवार द्वारा बताया गया कि, कांक्रीट सडकों का काम करते समय नालियों को आपस में एक-दूसरे के साथ नहीं जोडा गया है और कई स्थानों पर कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते नालियों को आपस में जोडना बाकी है. नालियों का आपस में एक-दूसरे से कनेक्शन नहीं रहने की वजह से ही बारिश का पानी बह नहीं पाया और शहर में जलजमाव की स्थिति बनी.
भुमिगत गटर योजना का भी काम पडा है अधूरा
उल्लेखनीय है कि, शहर में बडे जोर-शोर के साथ भुमिगत गटर योजना का काम शुरू किया गया था. किंतु इस योजना का काम अब भी अधूरा पडा है. ऐसे में कई रिहायशी इलाकोें में जलनिकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. साथ ही कई छोटे नालों को बडे नालों से नहीं जोडा गया है और बडे नालों की भी समूचित साफ-सफाई व गहराईकरण का काम नहीं किया गया है. जिसकी वजह से पानी के बहाव को निकलने हेतु पर्याप्त रास्ता भी उपलब्ध नहीं है. इस वजह से जरासी बारिश में जलजमाव की स्थिति बन रही है.
बिझीलैण्ड सहित कई व्यापारी संकुलों में घुसा पानी
शहर समीपस्थ नांदगांव पेठ रोड स्थित बिझीलैण्ड व्यापारी संकुल के सी-ब्लॉक में स्थित आठ से दस दुकानों सहित अमरावती शहर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में स्थित व्यापारिक संकुलों में बारिश का पानी घुस गया. इनमें अधिकांश व्यापारिक प्रतिष्ठान ‘हाफ बेसमेंट’ में स्थित है और वहां से जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में पानी भर जाने के बाद अब मोटरपंप लगाकर पानी निकालने का काम किया जा रहा है. ऐसे में इस बारिश और जलजमाव की वजह से व्यापारियों का काफी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है.