* 30 सितंबर तक चौबीसौ घंटे रहेंगे कार्यरत
अमरावती/दि.1– यद्यपि मौसम विभाग द्वारा राज्य में मान्सून के पहुंचने में अभी सात से आठ दिनों का समय बाकी रहने की संभावना जताई गई है, लेकिन प्रशासनिक विभागों के लिहाज से बारिश का मौसम आज 1 जून से ही शुरू हो गया है और इसके लिए 14 तहसीलों सहित जिला व विभागीय कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए वहां पर कामकाज शुरू कर दिया गया है. 1 जून से 30 सितंबर तक की अवधि के लिए शुरू किये गये इन सभी नियंत्रण कक्षों में सप्ताह के सातों दिन चौबीसौ घंटे कामकाज चलेगा. इस हेतु इन सभी नियंत्रण कक्षों में कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर दी गई है.
बता दें कि, बारिश के मौसम दौरान बाढ व अतिवृष्टि जैसे हालात पैदा होते है. जिनसे कई बार नुकसान भी होता है. ऐसे में राहत व बचाव कार्य के साथ ही आपत्ति व्यवस्थापन से संबंधित कामों के लिए प्रति वर्ष जिले में तहसील, जिला व विभागीय स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जाते है. जिसके तहत हमेशा की तरह राजस्व प्रशासन के साथ-साथ जिला परिषद, सार्वजनिक लोकनिर्माण, स्वास्थ्य, महावितरण व महानगरपालिका आदि स्थानों पर ही इस व्यवस्था को 1 जून से कार्यान्वित कर दिया गया है. इसके अलावा महावेध प्रकल्प में स्कायमेट द्वारा प्रत्येक राजस्व मंडल में पर्जन्यमापक यंत्र स्थापित किये गये है. जिनके जरिये प्रत्येक दो घंटे में बारिश की अपडेट को दर्ज किया जाता है और इससे संबंधित आंकडे दूसरे दिन सुबह 11 बजे तक कृषि एवं राजस्व महकमे को भेजे जाते है. विशेष उल्लेखनीय है कि महावेध के आंकडों को ही प्रशासन स्तर पर अधिकृत माना जाता है.
* खोज व बचाव पथक को प्रशिक्षण
जिला आपत्ति व्यवस्थापन प्राधिकरण तथा जिलाधीश कार्यालय द्वारा मान्सून पूर्व तैयारी के तहत जिला राहत व बचाव पथक को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ इससे संबंधित सरकारी महकमों को प्रशिक्षण व साहित्य की जानकारी दी गई. जिसके तहत आग लगने अथवा नदी-नालों में बाढ आने पर हालात को कैसे संभाला जाये और लोगों की जान कैसे बचाई जाये, इसे लेकर आवश्यक साहित्य व जानकारी प्रदान किये गये है. ऐसा जिला आपत्ति व्यवस्थापन अधिकारी सुरेंद्र रामेकर द्वारा बताया गया है.