भाजपा के 4 नेताओ की बगावत कायम
अमरावती से जगदीश गुप्ता व बडनेरा से तुषार भारतीय कदम पीछे नही हटे
* दर्यापुर में रमेश बुंदिले व अचलपुर में प्रमोदसिंह गडरेल भी मैदान में डटे हुए
* चारों बागियों को पार्टी नेतृत्व द्वारा समझाने-बुझाने के तमाम प्रयास विफल
* चारों सीटों पर बागी प्रत्याशी मैदान करेंगे पार्टी प्रत्याशी के लिए सिरदर्द
अमरावती /दि.4- राज्य की सत्ताधारी महायुति का नेतृत्व कर रही भारतीय जनता पार्टी को इस समय विधानसभा चुनाव हेतु अमरावती जिले में भारी बगावत व असंतोष का सामना करना पड रहा है. क्योंकि खुद को पार्टी का टिकट नहीं मिलने और ऐन समय पर अपना टिकट कट जाने की वजह से जिले की लगभग सभी सीटों पर भाजपाईयों द्वारा पार्टी के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया गया था. ऐसे असंतुष्ट व बागी पदाधिकारियों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास पार्टी द्वारा विगत पूरे एक सप्ताह के दौरान किया गया. जिसके चलते कई असंतुष्टों व बागियों ने पार्टी नेतृत्व का कहना मानते हुए चुनावी मैदान से अपने कदम वापिस खींच लिये. लेकिन जिले के 4 विधानसभा क्षेत्र ऐसे है. जहां भाजपा के पदाधिकारियों ने भाजपा सहित महायुति प्रत्याशियों के खिलाफ अपना दावा बरकरार रखा है. जिनमें अमरावती, बडनेरा, दर्यापुर व अचलपुर निर्वाचन क्षेत्रों का समावेश है तथा अमरावती से पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, बडनेरा से शहर भाजपा के नेता तुषार भारतीय, दर्यापुर से पूर्व विधायक रमेश बुंदिले तथा अचलपुर से एड. प्रमोदसिंह गडरेल ने महायुति के खिलाफ अपनी बगावत को बदस्तुर बनाये रखा.
बता दें कि, इन चारों निर्वाचन क्षेत्रों के अलावा तिवसा, मेलघाट तथा मोर्शी-वरुड निर्वाचन क्षेत्र में भी कुछ भाजपा पदाधिकारियों ने खुद को टिकट नहीं मिलने या भाजपा की बजाय महायुति के किसी घटक दल के प्रत्याशी को टिकट दिये जाने से नाराज होकर पार्टी के खिलाफ बगावत बुलंद की थी. अनुशासित राजनीतिक दल कहे जाते भाजपा में इस तरह की बगावत के सामने आते ही स्थानीय स्तर से लेकर प्रदेशस्तर तक अच्छा खासा हडकंप मच गया था. जिसके बाद फौरन ही हरकत में आते हुए भाजपा के प्रदेश नेतृत्व विशेषकर डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस व पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने खुद होकर बागी नेताओं के साथ संपर्क साधना शुरु किया था और उन्हें समझाते-बुझाते हुए नामांकन वापिस लेने हेतु मनाना शुरु किया गया. जिसके चलते मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर, तिवसा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के ओबीसी नेता रविराज देशमुख तथा अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से अक्षरा लहाने व नंदकिशोर वासनकर जैसे बागी प्रत्याशियों ने पार्टी नेतृत्व की बात मानते हुए अपने-अपने नामांकन पीछे ले लिये. परंतु काफी पहले से चुनाव लडने की तैयारी कर रहे अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से मनपा के पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय, दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व विधायक रमेश बुंदिले व अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से एड. प्रमोदसिंह गडरेल ने पार्टी नेताओं की समझाइश को दरकिनार करते हुए अपनी दावेदारी को बरकरार रखा है तथा नामांकन पर्चा वापिस लेने से साफ तौर पर इंकार कर दिया.
* जगदीश गुप्ता को मिली ‘माचिस’, तुषार भारतीय को ‘प्रेशर कुकर’,
– नितिन कदम को ‘ट्रम्पेट’, प्रमोदसिंह गडरेल को ‘अंगुठी’
आज दोपहर 3 बजे नामांकन वापसी का समय खत्म हो जाने के बाद जिला निर्वाचन विभाग द्वारा विधानसभा क्षेत्र निहाय चुनावी अखाडे में रहने वाले प्रत्याशियों के नामों की अंतिम सूची घोषित की गई. इसके साथ ही सभी प्रत्याशियों को उनके चुनाव चिन्हों के आवंटन का काम भी शुरु किया गया. जिसके संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दावा पेश करने वाले पूर्व विधायक जगदीश गुप्ता को चुनाव चिन्ह के तौर पर ‘माचिस’ दी गई है. वहीं बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रहे तुषार भारतीय को चुनाव चिन्ह के तौर पर ‘प्रेशर कुकर’ की निशानी मिली है. साथ ही बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रहे नितिन कदम को ‘ट्रम्पेट’ यानि तुरही (पुंगी) का चुनावी चिन्ह निर्वाचन विभाग द्वारा आवंटित किया गया है. इसके अलावा अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रहने वाले प्रमोदसिंह गडरेल को ‘अंगुठी’ का चुनावी चिन्ह आवंटित हुआ है. साथ ही अन्य सभी प्रत्याशियों को तय मानकों के तहत चुनाव चिन्हों के वितरण का काम जिला निर्वाचन विभाग में दोपहर बाद तक चल रहा था.