अमरावती

गांव के पेट्रोलपंप की जिम्मेदारी अब लडकियों पर

आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम

  • परतवाडा-बहिरम मार्ग का पेट्रोंल पंप(Shahid petrol pump) बना आदर्श

परतवाडा प्रतिनिधि/ दि.२२ – परतवाडा शहर के बहिरम मार्ग पर स्थित शहीद पेट्रोल पंप(Shahid petrol pump) पर वाहनों में इंधन भरने के लिए अब लडकियों को अवसर प्रदान किया गया. लडकियों के आत्मनिर्भर बनने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है.शहरी क्षेत्र में लडकियां पेट्रोल पंप पर काम करती है, यह कोई नई बात नहीं है, मगर अचलपुर तहसील में लडकियों को रोजगार उपलब्ध कराते हुए उन्हें अपने पैरों पर खडा करने पर जोर दिए जाने के कारण यह महिलाओं का ही पेट्रोल पंप साबित हो रहा है. शहीद पेट्रोल पंप(Shahid petrol pump) पर वाहन में इंधन भरने का काम तीन लडकियां करती है. उसमें से एक लडकी ने स्वास्थ्य सेविका (जीएनएन) की पढाई की है. आज लडकियों ने शिक्षा क्षेत्र में बडी प्रगति की है फिर भी उन्हें सरकारी नौकरी तक ही प्रोत्साहित किया जाता है, परंतु समय बदल गया है. सभी क्षेत्र में निजीकरण की हवा बह रही है, इसके कारण सरकारी नौकरियां कम होती जा रही है, लडके-लडकियों को सिर्फ उसी पर अवलंबित रखना धोकादायी साबित हो सकता है, इसके कारण समाज ने लडकियों को निजी कंपनी, उद्योग, राजनीतिक, क्रीडा, स्वयंरोजगार के लिए प्रोत्साहीत करना चाहिए. विभिन्न क्षेत्रों में लडकियों को अवसर उपलब्ध कराना जरुरी है, इसी सोच के साथ परतवाडा शहर के शहीद पेट्रोल पंप संचालक ने यह निर्णय लेकर एक आदर्श निर्माण किया है. समाज के हर व्यक्ति ने विचार किया तो लडिकयां भी लडकों से अधिक काम करने में पीछे नहीं है, ऐसी तस्वीर दिखाई देगी. इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में लडकियों को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराना जरुरी है.

लडकियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं
आज अधिकांश पेट्रोल पंप पर सबसे ज्यादा लडके ही काम करते दिखाई देते है, मगर लडकियां लडकों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है. हर क्षेत्र में वे आगे दिखाई दे रही है, इसके कारण पेट्रोल पंप पर भी लडकियां काम कर सकती है, इस हेतू से लडकियों को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया. तीनों लडकियां अच्छे ढंग से पेट्रोल पंप संभाल रही है. – निलेश वाघाडे, व्यवस्थापक, शहीद पेट्रोल पंप

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