अमरावती/दि.16-शीतकाल में ठंड से बचने के लिए कई लोग बहुत गर्म पानी से नहाते हैं, जबकि कई लोग ठंडे पानी से नहाते हैं. हालांकि, बहुत अधिक गर्म और बहुत अधिक ठंड पानी से नहाना ह्दय रोग को निमंत्रण देने जैसा है. इसलिए कार्डियोलॉजिस्ट गुनगुने पानी से नहाने की सलाह दे रहे है.
ह्दय की मांसपेशियों को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता. दिल का दौरा तब पडता है जब हृदय की धमनियां अचानक संकीर्ण हो जाती हैं और उनमें रक्त का प्रवाह बहुत धीमा हो जाता है. ठंड में हमारी रक्त वाहिकाएं सिकुड जाती हैं. इससे रक्तचाप बढ जाता है. इससे हमारे हृदय पर अतिरिक्त दबाव पडता है. ऐसे में बहुत ठंडे या बहुत गर्म पानी से नहाना खतरनाक हो सकता है.
* तनाव मुक्ति के लिए गर्म पानी से स्नान
गर्म पानी से नहाने से शरीर और दिमाग को आराम मिलता है. इससे मानसिक तनाव कम होता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है.
* ह्दय रोगी, ठंड में रखें ध्यान
ह्दय रोगियों ने ठंड के दिनों में अपना ध्यान रखने की जरूरत है. शरीर को गर्म रखने के लिए गर्म कपडे पहनें, बाहर जाते समय हमेशा टोपी, दस्ताने और मफलर पहनें, ठंड के मौसम में अत्यधिक परिश्रम या कठोर व्यायाम से बचें. क्योंकि इससे ह्दय पर तनाव पडता है. ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रखें.
* मांसपेशियां शिथिल हो जाती हैं
गर्म पानी से रक्त प्रवाह बेहतर हो जाता है. गर्म पानी मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में मदद करता है. लेकिन इस वजह से ज्यादा पानी का इस्तेमाल करना गलत है.
* ब्लड प्रेशर बढता है
ज्याद गर्म पानी से नहाने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ जाता है. इसके साथ ही ह्दय पर तनाव का खतरा होता है.
* गुनगुना पानी बेहतर
ठंड के दिनों में ह्दय रोग की घटनाएं बढ जाती हैं. सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को होती है. इसलिए बहुत गर्म पानी से नहाना गर्म या बहुत ठंडे पानी से नहाने के बजाय गुनगुने पानी से नहाना बेहतर है.
ठंड के दिनों में ह्दय रोग का खतरा अधिक होता है. इसलिए ठंड के मौसम में जरूरी सावधानी बरतें. नहाने के लिए बहुत गर्म पानी या बहुत ठंडे पानी का इस्तेमाल करने के बजाय गुनगुने पानी का प्रयोग करना चाहिए, यह सलाह ह्दयरोग विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है.