स्मार्ट सिटी प्रकल्प का बोरिया-बिस्तर होगा गोल!
जून माह में खत्म हो रही है प्रकल्प की अवधि
* 50 फीसद काम अब भी पडे है अधूरे
अमरावती/दि.8 – केंद्रीय शहरी विकास व गृहनिर्माण मंत्रालय द्वारा बडे जोर-शोर के साथ देश के 100 शहरों में स्मार्ट सिटी प्रकल्प चलाने की घोषणा की गई है. इन 100 शहरों में अमरावती मनपा क्षेत्र का भी समावेश था. जहां पर स्मार्ट सिटी प्रकल्प को गत वर्ष ही एक साल की समयावृद्धि दी गई थी और अब यह समयावृद्धि भी आगामी जून माह में खत्म होने वाली है. जिसके चलते अब यह अंदेशा जताया जा रहा है कि, स्मार्ट सिटी प्रकल्प का बोरिया-बिस्तर ही गोल होने वाला है. जबकि शहर में स्मार्ट सिटी योजनांतर्गत शुरु किये गये काम अब भी 50 फीसद पूर्ण होने बाकी है.
बता दें कि, स्मार्ट सिटी प्रकल्प अंतर्गत शामिल शहरों में स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, बायोमायनिंग, स्मार्ट हाउसिंग सहित जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरें लगाने के काम प्रस्तावित थे. परंतु स्मार्ट सिटी के प्रस्तावित क्षेत्र में भूसंपादन सहित अब भी कई तरह की समस्याएं है. इसके साथ ही स्मार्ट सिटी प्रकल्प अंतर्गत किये जाने वाले विभिन्न कामों के लिए अलग-अलग निविदाएं भी जारी की गई थी. जिनके काम भी बेहद सुस्त गति से चल रहे है. साथ ही ऐसे काम चल भी रहे है अथवा नहीं, इसकी ओर किसी का ध्यान नहीं है.
बता दें कि, केंद्र सरकार ने प्रदूषण एवं कचरामुक्त साफ-सूथरे शहर बनाने हेतु स्मार्ट सिटी की योजना शुरु की थी. जिसकी कार्य अवधि को 30 जून 2024 तक बढाया गया था, लेकिन समयावृद्धि देने के बावजूद भी अमरावती शहर में स्मार्ट स्ट्रीट लाइन, बायोमायनिंग प्रकल्प व सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे काम अब तक पूरे नहीं हो पाये है. जिसके चलते स्मार्ट सिटी प्रकल्प अंतर्गत आयी निधि या तो व्यर्थ पडी है, या फिर इन कामों के नाम पर दर्शाया गया खर्च व्यर्थ में चला गया है. ऐसे में अब केंद्र सरकार द्वारा इस संदर्भ में आगे क्या आदेश जारी किया जाता है, इसकी ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है.