आदित्य ठाकरे के करीबी है घोटालेबाज ठेकेदार
विधायक रवि राणा ने लगाया सनसनीखेज आरोप

अमरावती/दि.30– विगत बुधवार को राज्य विधान मंडल के अधिनस्थ आश्वासन समिति की पहली बैठक समिति अध्यक्ष विधायक रवि राणा के अध्यक्षता के तहत विधान भवन की सातवीं मंजिल पर ली गई. इस समिति के समक्ष मिठी नदी के गहराईकरण, गाद निकालने, चौडाईकरण, संरक्षण दीवार के दोनों ओर सिमेंट कांक्रीटीकरण के काम में हुए घोटाले, ठेकेदार की गई अनियमितता की जांच, मुंबई स्थित 12 मिलों की जमिनों में हुए घोटाले, आईटी हेतु प्रस्तावित क्षेत्र पर बार, पब व रेस्टॉरेंट स्थापित कर बिल्डरो द्वारा जमीन हडपे जाने जैसी सनसनीखेज बाते सामने आई. जिसके चलते समिति प्रमुख विधायक रवि राणा ने सभी मामलो की त्वरीत जांच करने के निर्देश जारी किए. साथ ही आरोप लगाया है कि, जब उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री थे तब उनके कार्यकाल में भी मिठी नदी की साफसफाई तथा अन्य कामों का ठेका 185 करोड रुपए में दिया गया था और इस ठेके में बडे पैमाने पर घोटाला हुआ है. साथ ही घोटालेबाज ठेकेदार तत्कालीन मंत्री आदित्य ठाकरे के बेहद करीबी है.
इन तमाम मामलो को देखते हुए आश्वासन समिति अध्यक्ष व विधायक रवि राणा द्वारा इसी बैठक के दौरान बृहन्मुंबई महानगर पालिका के आयुक्त अभिजीत बांगर की अध्यक्षता के तहत आईटी एक्सपर्ट व विद्यार्थियों का समावेश कर एक समिति स्थापित करने का निर्णय लिया गया और इस समिति की रिपोर्ट प्राप्त होते ही समिति के प्रधान सचिव व संबंधित अधिकारियों को साथ लेकर सभी स्थानों का प्रत्यक्ष मुआयना करने की बात समिति प्रमुख विधायक रवि राणा द्वारा स्पष्ट की गई. महानगर पालिका की 124 लिज जमिनों से सरकार को 120 करोड रुपए मिलनेवाले है. जिसका लेखाशिर्ष निर्माण करना जरुरी रहने की बात समिति द्वारा तय की गई. इस बैठक में नगर विकास विभाग के 58 विवरण पत्रों का वाचन हुआ. जिसमें प्रधान सचिव, मनपा आयुक्त, उपसचिव व अवर सचिव की साक्ष दर्ज की गई. साथ ही समिति ने सभी विषयों की सघन जांच कराने का भी निर्णय लिया और सभी मामलों में संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली गई. इस बैठक में विधायक सर्वश्री राजेश पवार, पराग शाह, हिरामण खोसकर, विक्रम पाचपुते, अनूप अग्रवाल व अमोल पाटिल आदि उपस्थित थे.
* 19 विधायकों की समिति गठित
इस बैठक में विधायक राणा ने कहा कि, अधिकारियों द्वारा आठ दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट 19 विधायकों की समिति को देंगे. जिसके उपरांत समिति में शामिल सभी विधायक मिठी नदी वाले परिसर का दौरा करते हुए यह जानने का प्रयास करेंगे कि, सौंदर्यीकरण व सफाई के नाम पर हकीकत में कितना काम हुआ है. जिसके बाद उद्धव एवं आदित्य ठाकरे के साथ मिलीभगत करनेवाले बीएमसी के अधिकारियों व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही दोषी पाए जानेवाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा. विधायक राणा ने यह भी कहा कि, बृहन्मुंबई महानगर पालिका के जितने भी घोटालेबाज ठेकेदार है, सभी के सभी उद्धव एवं आदित्य ठाकरे के बेहद करीबी है.