अमरावती/दि.25 – राज्य शासन ने कक्षा 1 से 12 वीं तक की शाला शुरू करने की घोषणा करने पर भी जिले में अभी तक शाला शुरू नहीं हुई. जिले में बढते कोविड के बढते प्रभाव को देखकर जिला प्रशासन ने वेट एण्ड वॉच की भूमिका ली है. जिले में अगले एक सप्ताह शाला बंद ही रखने का निर्णय जिलाधिकारी बैठक में लिया गया.
जिलाधिकारी पवनीत कौर के निर्देशानुसार शाला शुरू करने के संबंध में चर्चा करने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक बुलाई गई. इस बैठक में जिलाधिकारी पवनीत कौर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, महापालिका के आयुक्त प्रवीण आष्टीकर व अपर जिला न्यायधीश आशीष बिजबल उपस्थित थे. जिले में कोरोना का प्रभाव बढता जा रहा है. कोविड पॉजिटीव की संख्या 25 प्रतिशत तक है. अकोला में कोरोना मरीजों की संख्या 50 प्रतिशत है. 15 से 18 वर्ष के विद्यार्थियों का टीकाकरण अभी शुरू हुआ है. इस स्थिति में पहली से बारहवी की शाला शुरू करना उचित नहीं है और एक सप्ताह प्रतीक्षा कर कोरोना पॉजिटीव की संख्या कम हो जाने पर निर्णय लेने का कहा गया है.
- बच्चों का शैक्षणिक हित को ध्यान में रखकर शाला शुरू की जाए. इसके लिए अनेक संस्थाओं ने पहल कर शाला शुरू करने की मांग की है. आखिर राज्य शासन ने इसकी दखल लेकर जहां पर कोरोना संक्रमण कम है, ऐसी जगह की शाला शुरू करने की अनुमति दी है. किंतु जिला प्रशाासन ने कोरोना के बढते खतरे को ध्यान में रखकर शाला शुरू करने के संबंध में सावधानीपूर्वक भूमिका अपनाई है.