रापनि के 6 हडताली चालकों की सेवा हमेशा के लिए समाप्त
अमरावती/दि.4- विगत अनेक दिनों से राज्य परिवहन महामंडल को सरकारी सेवा में शामिल किये जाने की मांग को लेकर रापनि कर्मियों द्वारा हडताल की जा रही है. इस दौरान रापनि कर्मियों के लिए भारी-भरकम वेतन वृध्दि की घोषणा करने के साथ ही सरकार ने उनसे काम पर लौट आने का आवाहन किया. किंतु बावजूद इसके एसटी कर्मचारियों की हडताल जारी है. ऐसे में सरकार द्वारा अब निलंबन के साथ ही सेवा समाप्ती की कार्रवाई का कदम उठाया जा रहा है. जिसके तहत गत रोज शुक्रवार 3 दिसंबर को रापनि के तीन बस चालकों की सेवा को स्थायी तौर पर समाप्त कर दिया गया. जिन्हें अब दुबारा रापनि की सेवा में वापिस नहीं लिया जायेगा.
बता दें कि, रापनि के अमरावती विभाग में कुल 2 हजार 400 कर्मचारी कार्यरत है, जो विलीनीकरण की मांग को लेकर तीन सप्ताह पूर्व हडताल पर चले गये. जिनमें से वेतनवृध्दि की घोषणा और सरकार द्वारा किये गये आवाहन के बाद 281 कर्मचारी काम पर लौट आये. वहीं इस दौरान 387 कर्मचारियों को निलंबीत कर दिया गया. हालांकि यदि निलंबीत कर्मचारी तुरंत काम पर लौट आते है, तो उनके खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई को खारिज कर दिया जायेगा, ऐसी जानकारी विभागीय नियंत्रक द्वारा दी गई है.
किंतु इसके बावजूद विलीनीकरण की मांग पर अडे अमरावती रापनि विभाग के 2 हजार 119 कर्मचारी अब भी हडताल पर है. जिसमें से 6 चालकों की सेवा स्थायी तौर पर समाप्त कर दी गई है और अब उन्हें दुबारा रापनि की सेवा में कभी भी शामिल नहीं किया जायेगा, ऐसी जानकारी भी रापनि के विभाग नियंत्रक श्रीकांत गभणे द्वारा दी गई है. किंतु इन तमाम कार्रवाईयों के बावजूद रापनि के हडताली कर्मचारी एसटी के विलीनीकरण की मांग को लेकर अडे हुए है और सरकार की तमाम पेशकश को ठुकरा चुके है.