अमरावतीमहाराष्ट्र

मनुष्य द्बारा किए गये पाप किसी भी साबुन से धोए नहीं सकते

बालयोगी स्वामी सारंग चैतन्य महाराज का प्रतिपादन

* छाया कॉलोनी स्थित गजानन महाराज मंदिर में श्रीमद भागवत कथा
* कल भव्य शोभायात्रा का आयोजन
अमरावती/ दि. 18-मनुष्य द्बारा किए गये पाप किसी भी साबुन से नहीं धोए नहीं जा सकते. सिर्फ भक्ति और सेवा, धर्म के मार्ग से ही पाप धुलते हैं, ऐसा प्रतिपादन बालयोगी स्वामी सारंग चैतन्य महाराज ने व्यक्त किया. वे छाया कॉलोनी स्थित श्री संत गजानन महाराज मंदिर में संत गजानन महाराज प्रकट दिन के उपलक्ष्य में आयोजित श्रीमद भागवत कथा सप्ताह में भाविकों को संबोधित कर रहे थे. छायानगर स्थित गजानन महाराज मंदिर में 13 से 20 फरवरी के दौरान रोजाना दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया हैं. श्रीमद भागवत कथा अमरावती के सुप्रसिध्द वाणीभूषण भागवताचार्य बालयोगी स्वामी सारंग चैतन्य महाराज अपनी सुमधुर वाणी से श्रवण करवा रहे हैं. रोजाना हजारों भाविक कथा का लाभ ले रहे हैं.
भागवत कथा में श्रवण करवाते हुए स्वामी सारंग चैतन्य महाराज ने कहा कि गलत लोगों की संगत में न बैठकर अच्छे लोगों के साथ बैठे. जिससे जीवन सार्थक होगा. भगवान ने अधर्म का नाश करने के लिए धरती पर जन्म लिया. मनुष्य अच्छे कार्य करता है तो उसे किसी भी मंदिर में या नदी में पाप धोने के लिए जाने की जरूरत नहीं होगी, भागवत कथा में अब तक हिरण्याकश्यप वध, बाल वामन अवतार, श्रीकृष्ण अवतार विषय पर भागवत कथा का महाराज ने श्रवण करवाया.
आज भागवत कथा में निगमायुक्त सचिन कलंत्रे, पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे, उद्योगपति चंद्रकुमार जाजोदिया, विनोद जयस्वाल, पुलिस निरीक्षक बाबाराव अवचार, विजय ओडे, रवि इंगोले, दिनेश कर्‍हे, आकाश शिरभाते, उमेश देशकर, मयूर भोसले ने श्रीमद भागवत कथा का पूजन कर महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया. श्रीमद भागवत सप्ताह के दौरान अनेक सुविख्यात कीर्तनकारों का कीर्तन रात 8 बजे से 10 बजे तक रखा गया है. साथ ही कल 19 फरवरी को शाम 6 से 10 बजे के दौरान सुविख्यात दिंडी की उपस्थिति में श्री संत गजानन महाराज की शोभायात्रा निकाली जायेगी. जिसमें सभी भाविकों से श्रीमद भागवत कथा व कार्यक्रम का लाभ लेने का आग्रह संत गजानन महाराज मंदिर के विश्वस्त विनोद गुहे, रामभाउ शेगोकार, विजय थोरात, सुनील कलसाइत, उमेश राजुरकर, नीलेश काकडे, मोहन खरड, रमेश पाचगे, शंकर सहारे, गंगाधर ढोलवाने, गौरव शेगोकार, विनय सावरकर, सुमित रोहणकर, गोपाल कोल्हे, प्रज्वल खैरे, मंगेश चौधरी ने किया है.

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