* माली समाज का सर्वशाखीय सम्मेलन
अमरावती /दि. 31– युवक-युवती परिचय सम्मेलन के माध्यम से समाज एकजुट होता है. ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए. समाज को संगठित रहने पर तेजी से प्रगतिपथ पर आगे बढाया जा सकता है. यह प्रतिपादन माली समाज के नेता प्रकाश मारोटकर ने किया. सर्वशाखीय माली समाज सम्मेलन रविवार शाम अभियंता भवन में रखा गया. अध्यक्षता समाज संस्था अध्यक्ष सुरेश राऊत ने की.
मंच पर प्रमुख वक्ता के रुप में प्रकाश मारोटकर, अक्षय चव्हाण, उद्घाटक राजा मालोदे, श्रीकृष्ण बनसोड, एड. नंदेश अंबाडकर, विजय ढाकुलकर, सागर आरेकर, गणेश मंदिरकर, मंजुषा महाजन, वैशाली ढाकुलकर, ज्योति बनकर, संतोष गोटफोडे, सागर बनकर, श्याम गोटफोडे, नेपाल चिंचमल्लकर, संजय खडके, राजू महाजन, विष्णु महाजन, अमोल वैराले, संतोष नागरीकर, मनीष लोथे, वासुदेव कडूकर, श्रीधर देशमुख, धीरज तायडे, एड. प्रवीण करुले, आकाश वाघमारे, नीलेश नागापुरे, एड. श्रीकांत नागरीकर, विजय पाटकर, गणेश काटवले, पूर्व महापौर रामा सोलंके, अमर देशकर आदि मंचासीन थे.
सैकडों युवक-युवतियों ने परिचय दिया. आरंभ में महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्री फुले और सावता माली की प्रतिमाओं का पूजन किया गया. प्रस्तावना नागरिकर ने रखी. संचालन वृंदा काटकर ने किया. माली समाज बहुउद्देशीय संस्था के श्याम गोडफोडे, कृष्णा चिंचमलकर, सुरेश शिरसाट, अमर देशकर, गोपाल चिंचमलकर, विजय वानखेडे, प्रमोद तंजेवार, गणेश काटवले, यशवंत उपरीकर, विजय उपरीकर, गिरीश बेले, मनोज उपरीकर, दिनेश भुसारी, प्रशांत कांबले, संजय राऊत, प्रमोद हरणे, अनुप राऊत, अरुण नागरीकर, राजेश पोहनकर, अजय राऊत, कैलाश वानखेडे, एड. किरण उपरीकर, सुरेश हिरामण राऊत, दिनेश भुसारी, अभिजीत किरणापुरे, संजय राऊत, मनोज उपरीकर, मनोहर बनकर, शितल बागडे, सारिका बेले, रंजना बनकर, नीलिमा राऊत आदि पदाधिकारी और सदस्यों ने सहकार्य किया.