अमरावतीमहाराष्ट्र

समाज भी देशभक्ति, संस्कृति और संस्कार की जागरूकता करें

सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत का आह्वान

* नवोत्थान-2024 में किया मार्गदर्शन
धामणगांव रेलवे/दि.26-समाज में अच्छी भावना, संस्कृति, उत्तम संस्कार, राष्ट्र भक्ति, योग्य परिवर्तन करने का कार्य केवल संघ का ही नहीं है, अपितु संपूर्ण समाज ने सामने आकर यह कार्य करना अभिप्रेत है. तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहे ना रहे, इस ध्येय नुसार हमें देश औरसमाज की उत्तम निर्मिती करना है. संघ का नाम इतिहास में दर्ज किया गया नहीं होगा तो भी चलेगा, परंतु संघ कार्यक्रम से ही समाज में देशभक्ति निर्माण होना चाहिए, यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कही. वे धामणगांव में आयोजित नवोत्थान 2024 इस प्रकट कार्यक्रम में बोल रहे थे.

इस अवसर पर मंच पर प्रांत सहसंघचालक श्रीधर गाडगे, अमरावती जिला संघचालक विपिन काकडे, धामणगांव तहसील संघचालक गजानन पवार और चांदूर तहसील संघचालक मनोज मिसाल उपस्थित थे. धामणगांव रेल्वे और चांदूर रेल्वे तहसील के पूर्ण गणवेशधारी स्वयंसेवक तथा नागरिक बंधू-बहनों को संबोधित करते हुए डॉ. भागवत ने कहा कि, डॉ.आंबेडकर ने भी भाईचारा टिका रहे, ऐसा संविधान हमें दिया है. इसी संविधान नुसार हम सभी को भारत माता के पुत्र के रूप में कार्य करना है. जिस प्रकार श्रीराम अयोध्या में आए, उसी तरह राम की संस्कृति, संस्कार, आचरण भी हर व्यक्ति के जीवन में आना जरूरी है. समाज में अस्पृश्यता का भाव न आएं. इतिहास में कई उतार-चढाव आए, परंतु हमारी प्राचीन संस्कृति को कोई मिटा न सका, क्योंकि हम भले ही आपस में लडते है, लेकिन जब देश का सवाल उठता है, तो हमारा देश एक रहे, यह भाव, ऐसी देशभक्ति अपने में निर्माण होती है, यह उल्लेखनिय है, ऐसा डॉ.भागवत ने कहा. हिंदुत्व यानी एक निष्ठ भावना, संस्कार, संस्कृती, विचार और देश के प्रति राष्ट्रभक्ति है.

हिंदुत्व का विचार भाषण से नहीं बल्कि आचरण से खोजने का कार्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आद्य सरसंघचालक डॉ. केशव बलीरामपंत हेडगेवार ने खोजकर संघ की स्थापना की. डॉ.भागवत ने कहा कि, महाभारत के युधिष्ठिर के राज्याभिषेक के लिए चीन से लेकर सायबेरीयन उपस्थित थे, यह उल्लेख इतिहास में किया है. बालक-पालक संवाद बंद हुआ, यह संवाद शुरु हों, यह पारिवारिक प्रबोधन भी मोहन भागवत ने किया. डॉ.भागवत ने पर्यावरण बचाने की भी सलाह दी. सभी स्वयंसेवकों को अब अधिक समय देने की आवश्यकता है, ऐसा भी कहा. कार्यक्रम से पूर्व बाल घोष का प्रात्यक्षिक, व्यायाम, योग प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर नागरिकों के लिए संघ पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. नवोत्थान 2024 इस कार्यक्रम की प्रस्तावना, परिचय और आभार प्रदर्शन की जिम्मेदारी जिला संघचालक विपिन काकडे ने संभाली.

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